Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Feb, 2025 12:07 PM
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ग्लोबल बैंकिंग दिग्गज डीबीएस ग्रुप के सीईओ पीयूष गुप्ता ने सोमवार को कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते उपयोग से बैंकिंग सेक्टर में नौकरियों पर असर पड़ेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगले तीन सालों में कर्मचारियों की संख्या में 10% तक की कमी हो
बिजनेस डेस्कः ग्लोबल बैंकिंग दिग्गज डीबीएस ग्रुप के सीईओ पीयूष गुप्ता ने सोमवार को कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते उपयोग से बैंकिंग सेक्टर में नौकरियों पर असर पड़ेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगले तीन सालों में कर्मचारियों की संख्या में 10% तक की कमी हो सकती है। गुप्ता के अनुसार, एआई एक क्रांतिकारी तकनीक है, जो बैंकिंग इंडस्ट्री को पूरी तरह बदल रही है। सिंगापुर स्थित डीबीएस बैंक में 15 से अधिक वर्षों के अपने नेतृत्व के दौरान पहली बार वे नई नौकरियां पैदा करने में संघर्ष कर रहे हैं।
पिछले 10 सालों में ग्रुप में किसी भी नौकरी में नहीं हुई कटौती
पीयूष गुप्ता ने भारतीय आईटी इंडस्ट्री के ग्रुप नैसकॉम के कार्यक्रम में कहा, ''इस साल, मेरा अनुमान है कि अगले तीन सालों में, हम अपने कर्मचारियों की संख्या में 4000 या 10 प्रतिशत की कमी करने जा रहे हैं।'' गुप्ता ने कहा, ''इस साल, मेरा मौजूदा अनुमान ये है कि अगले तीन सालों में हम अपने कर्मचारियों की संख्या में 4000 या 10 प्रतिशत की कमी करने जा रहे हैं।'' गुप्ता ने कहा, ''एआई बहुत शक्तिशाली है। ये खुद को बना सकता है और नकल भी कर सकता है। एआई ‘अलग’ है, पिछले 10 सालों में ग्रुप में किसी भी नौकरी में कटौती नहीं हुई है।''
DBS के किन कर्मचारियों पर पड़ेगा सीधा असर
डीबीएस ग्रुप के सीईओ ने याद दिलाया कि साल 2016-17 में, बैंक ने एक डिजिटल चेंज शुरू किया, जिसका प्रभाव 1600 लोगों पर देखा गया लेकिन उन्होंने कहा कि उनमें से लगभग सभी को यूनियनों और अन्य प्रतिनिधियों के परामर्श से पुनर्निर्देशित किया गया था। हालांकि, एआई के टाइम में मौजूदा चुनौती ये भी है कि वर्कफोर्स का अन्य कामों में कैसे इस्तेमाल किया जाए। बाद में जारी एक बयान में, डीबीएस बैंक ने स्पष्ट किया कि अगले तीन सालों में 4000 कर्मचारियों की कमी मुख्य रूप से कॉन्ट्रैक्ट और अस्थायी कर्मचारियों के मामले में होगी।