Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Feb, 2025 02:07 PM
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चीन से सस्ते स्टील के बढ़ते आयात के कारण भारतीय स्टील कंपनियों को भारी दबाव का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार जल्द ही चीन से आने वाले सस्ते स्टील पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगाने पर विचार कर रही है। टाटा स्टील के सीईओ और एमडी...
बिजनेस डेस्कः चीन से सस्ते स्टील के बढ़ते आयात के कारण भारतीय स्टील कंपनियों को भारी दबाव का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार जल्द ही चीन से आने वाले सस्ते स्टील पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगाने पर विचार कर रही है। टाटा स्टील के सीईओ और एमडी टीवी नरेंद्रन ने बताया कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और इंडस्ट्री के अनुरोध पर सक्रिय रूप से विचार कर रही है।
चीनी स्टील की वजह से भारतीय कंपनियों पर संकट
टीवी नरेंद्रन ने कहा कि भारतीय बाजार में चीनी स्टील का बढ़ता आयात कंपनियों को नुकसान पहुंचा रहा है। इसके अलावा, अमेरिका में स्टील आयात पर संभावित टैरिफ वृद्धि से हालात और भी गंभीर हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय स्टील एसोसिएशन (ISA) ने पहले ही डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ ट्रेड रेमेडी (DGTR) को आवेदन दिया है, जिस पर विचार किया जा रहा है।
भारत को स्टील उत्पादन के लिए सर्वश्रेष्ठ बाजार बताया
नरेंद्रन ने यह भी कहा कि भारत स्टील उत्पादन के लिए दुनिया की सबसे अच्छी जगहों में से एक है, क्योंकि यहां आधुनिक स्टील प्लांट और लौह अयस्क का बड़ा भंडार मौजूद है। लेकिन चीनी कंपनियां कम कीमतों पर स्टील बेचकर भारतीय उद्योग को प्रभावित कर रही हैं। उन्होंने बताया कि चीनी स्टील इंडस्ट्री घाटे में है और वहां की सरकारी कंपनियां नुकसान झेल रही हैं, जबकि भारत में स्टील इंडस्ट्री का संचालन निजी कंपनियों द्वारा किया जाता है।
अमेरिकी टैरिफ वृद्धि से टाटा स्टील को नुकसान
अगर अमेरिकी राष्ट्रपति आयात पर शुल्क बढ़ाने के प्रस्ताव को लागू करते हैं, तो इससे टाटा स्टील को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से नुकसान होगा। कंपनी अपनी मैन्युफैक्चरिंग सुविधाओं से अमेरिकी बाजार में भी स्टील निर्यात करती है, जो नए टैरिफ से प्रभावित होगा।
भारत स्टील का शुद्ध आयातक बना
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल 2023 - जनवरी 2024 के बीच भारत का स्टील निर्यात 28.9% घटकर 3.99 मिलियन टन रह गया है, जबकि इसी अवधि में भारत ने 8.29 मिलियन टन स्टील का आयात किया। इससे भारत स्टील का शुद्ध आयातक बन गया है। सरकार जल्द ही एंटी-डंपिंग ड्यूटी पर निर्णय ले सकती है, जिससे भारतीय स्टील कंपनियों को राहत मिल सकती है और घरेलू उत्पादन को बढ़ावा दिया जा सकता है।