Edited By jyoti choudhary,Updated: 06 Jan, 2025 04:22 PM
दिग्गज स्टील कंपनी आर्सेलरमित्तल ने दक्षिण अफ्रीका में अपना एक प्रमुख व्यवसाय बंद करने का निर्णय लिया है। कंपनी ने अपनी यूनिट आर्सेलरमित्तल साउथ अफ्रीका लिमिटेड के तहत लॉन्ग-स्टील उत्पाद बनाने वाले कारोबार को समाप्त करने की घोषणा की है। इस फैसले से...
बिजनेस डेस्कः दिग्गज स्टील कंपनी आर्सेलरमित्तल ने दक्षिण अफ्रीका में अपना एक प्रमुख व्यवसाय बंद करने का निर्णय लिया है। कंपनी ने अपनी यूनिट आर्सेलरमित्तल साउथ अफ्रीका लिमिटेड के तहत लॉन्ग-स्टील उत्पाद बनाने वाले कारोबार को समाप्त करने की घोषणा की है। इस फैसले से लगभग 3,500 लोगों की नौकरियां प्रभावित हो सकती हैं। आर्सेलरमित्तल ने बयान में कहा कि उच्च लॉजिस्टिक्स और ऊर्जा लागत के अलावा सरकार के नीतिगत हस्तक्षेप के कारण उनके लिए यहां काम करना मुश्किल हो गया है। इस कदम से न्यूकैसल और वेरीनिगिंग वर्क्स के साथ-साथ रेल और स्ट्रक्चर यूनिट Amras पर असर पड़ेगा, हालांकि न्यूकैसल में कोक बनाने का काम जारी रहेगा।
चीन से सस्ता इंपोर्ट
कंपनी ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका की स्टील इंडस्ट्री साल 2008 के वित्तीय संकट के बाद से सबसे बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है। साथ ही कहा कि वैश्विक और स्थानीय इस्पात बाजारों में गिरावट, ज्यादा खर्च और कम लागत वाले आयात में बढ़ोतरी ने बिजनेस को नुकसान पहुंचाया है। इसमें खासकर चीन से आने वाले सस्ते आयात की बड़ी भूमिका है। कंपनी के सीईओ कोबस वर्स्टर ने कहा कि हम निराश हैं कि पिछले साल के हमारे सभी प्रयास एक स्थाई समाधान में तब्दील नहीं हुए हैं।
यह खबर दक्षिण अफ्रीका की गठबंधन सरकार के लिए किसी झटके से कम नहीं है जो देश में इंडस्ट्री को फिर से खड़ा करने में लगी है। दक्षिण अफ्रीका की अर्थव्यवस्था पिछले दशक में औसतन 1% से भी कम वार्षिक दर से बढ़ी है। आर्सेलरमित्तल दक्षिण अफ्रीका को दिसंबर तक वर्ष के लिए बड़ा घाटा दर्ज करने की उम्मीद है। कंपनी का कहना है कि इसने कहा कि उसका प्रति शेयर हेडलाइन घाटा 4.06 रैंड से 4.41 रैंड तक होगा जबकि एक साल पहले यह 1.70 रैंड था।