Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Dec, 2024 05:32 PM
भारत में ऑटो बिक्री ने 2024 में साल दर साल (Y-o-Y) 15% की गिरावट दर्ज की है, जो अर्थव्यवस्था के कमजोर होने और उपभोक्ता खर्च में कमी को दर्शाता है। वाहनों के बिक्री में विशेष रूप से टू व्हीलर में 20% तक की गिरावट दर्ज की गई है। टू व्हीलर ज्यादा तक...
बिजनेस डेस्कः भारत में ऑटो बिक्री ने 2024 में साल दर साल (Y-o-Y) 15% की गिरावट दर्ज की है, जो अर्थव्यवस्था के कमजोर होने और उपभोक्ता खर्च में कमी को दर्शाता है। वाहनों के बिक्री में विशेष रूप से टू व्हीलर में 20% तक की गिरावट दर्ज की गई है। टू व्हीलर ज्यादा तक मध्यमवर्ग के लोग खरीदने हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि मध्य वर्ग के पास महंगाई के कारण खर्च करने के लिए पैसे नहीं हैं,इसलिए वे बाजार से दूर रहते हैं। इस कारण बड़ी कंपनियों और उद्योगों के प्रदर्शन में गिरावट दर्ज की जाती है। जो हमारी अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित करती है।
विशेषज्ञों के अनुसार यदि रिजर्व बैंक ने महंगाई पर काबू नहीं पाया तो मध्यम वर्ग को वित्तीय राहत नहीं मिल सकती। यह स्थिति वाहन उद्योग के लिए और भी कठिन हो सकती है। इसके साथ ही वाहन कंपनियां इस गिरावट को सुधारने के लिए नए रणनीतिक कदम उठाने पर विचार कर रही हैं।