Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Aug, 2024 04:46 PM
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के निदेशक मंडल को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बैंकों को जनता से अधिक जमा राशि जुटाने के लिए अनूठी और आकर्षक योजनाएं लानी चाहिएं। इससे बैंकों को ज्यादा लोन देने में मदद मिलेगी।...
बिजनेस डेस्कः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के निदेशक मंडल को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बैंकों को जनता से अधिक जमा राशि जुटाने के लिए अनूठी और आकर्षक योजनाएं लानी चाहिएं। इससे बैंकों को ज्यादा लोन देने में मदद मिलेगी। शनिवार को RBI निदेशक मंडल को संबोधित करने के बाद वित्त मंत्री ने संवाददाताओं से भी बात की। उन्होंने कहा, ‘‘जमा और उधार एक गाड़ी के दो पहिए हैं और जमा धीरे-धीरे रही है।”
‘जमा और कर्ज के बीच का अंतर करें दूर’
वित्त मंत्री ने कहा कि बैंकों को कोर बैंकिग यानी मुख्य कारोबार पर ध्यान देने की जरूरत है। इसमें जमा राशि जुटाना और जिन्हें कोष की जरूरत है, उन्हें कर्ज देना शामिल है। वित्त मंत्री ने जमा और कर्ज के बीच अंतर को दूर करने के लिए बैंकों से लोगों से ज्यादा से ज्यादा धन जुटाने के लिए ‘अनूठी और आकर्षक’ जमा योजनाएं लाने को कहा।
RBI गवर्नर ने अंतर को लेकर जताई चिंता
वहीं, RBI गवर्नर शक्तिकान्त दास ने कहा कि ब्याज दरें नियंत्रण मुक्त हैं और अक्सर बैंक धन आकर्षित करने के लिए जमा दरें बढ़ाते हैं। आरबीआई गवर्नर ने कहा, ‘‘बैंक ब्याज दर पर निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं।” उन्होंने इसी सप्ताह द्विमासिक मौद्रिक नीति पेश करते हुए बैंकों में जमा और कर्ज के बीच बढ़ते अंतर पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि बैंक कर्ज की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अल्पकालिक गैर-खुदरा जमा और देनदारी के अन्य साधनों का अधिक सहारा ले रहे हैं।
आरबीआई गवर्नर ने आगाह करते हुए कहा कि यह बैंकों में संरचनात्मक रूप से नकदी के मुद्दों को सामने ला सकता है, इसीलिए बैंक नवीन उत्पादों और सेवा पेशकशों के माध्यम से और अपने विशाल नैटवर्क का लाभ उठाकर घरेलू वित्तीय बचत जुटाने पर अधिक ध्यान दे सकते हैं।
बांग्लादेश संकट से परिधान क्षेत्र में अनिश्चितता, स्थिति जल्द सामान्य होने की उम्मीद
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बांग्लादेश संकट के कारण भारतीय परिधान क्षेत्र में थोड़ी अनिश्चितता देखी जा रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि वहां की अंतरिम सरकार जल्द ही समस्याओं को सुलझा लेगी। सीतारमण ने बजट बाद पारंपरिक रूप से भारतीय रिजर्व बैंक के केंद्रीय निदेशक मंडल को संबोधन के बाद संवाददाताओं से कहा कि यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं कि पड़ोसी देश के साथ सीमाएं सुरक्षित रहें।
उन्होंने भारतीय निवेश के संबंध में कहा कि खासकर तमिलनाडु के कपड़ा उद्योग ने अच्छे विश्वास में वहां निवेश किया है और वहां जाकर उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है। वित्त मंत्री ने कहा, "हमने कम आय वाले देशों को लेकर जो शुल्क और कोटा के मामले में उदार रुख अपनाया है, उसके कारण बांग्लादेश से निर्यात में भी वृद्धि हुई है।"