Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Feb, 2025 03:15 PM
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IMF के ताजा आंकड़ों के अनुसार, 2025 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। अमेरिका अपनी शीर्ष स्थिति बरकरार रखेगा, जबकि भारत और ब्राजील सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाएं होंगी। बीते पांच वर्षों में इन दोनों देशों की GDP...
बिजनेस डेस्कः IMF के ताजा आंकड़ों के अनुसार, 2025 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। अमेरिका अपनी शीर्ष स्थिति बरकरार रखेगा, जबकि भारत और ब्राजील सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाएं होंगी। बीते पांच वर्षों में इन दोनों देशों की GDP वृद्धि दर सबसे अधिक रही है। चीन की अर्थव्यवस्था का आकार तो बढ़ा है लेकिन कर्ज का बोझ भी तेजी से बढ़ा है। दूसरी ओर कनाडा, जर्मनी और इटली ने कर्ज कम करने में सफलता हासिल की है। वहीं जापान की अर्थव्यवस्था में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे उसकी वित्तीय स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। यह विश्लेषण 2020 से 2025 तक के आर्थिक आंकड़ों पर आधारित है।
अमेरिका बना रहेगा नंबर 1
IMF के अनुमान के अनुसार, 2025 में अमेरिका की GDP 30.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी, जो 2020 में 21.4 ट्रिलियन डॉलर थी यानी 5 सालों में 42% की बढ़ोतरी। इसके अलावा अमेरिका ने अपने कर्ज-जीडीपी अनुपात को 132% से घटाकर 124% हो गया है, जो उसकी मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है।
चीन पर बढ़ता कर्ज बना चिंता का विषय
2025 तक चीन की GDP 19.5 ट्रिलियन डॉलर होने का अनुमान है, जो 2020 में 14.9 ट्रिलियन डॉलर थी। बीते 5 वर्षों में 31% की ग्रोथ हुई है लेकिन चीन का कर्ज-जीडीपी अनुपात 70% से बढ़कर 94% हो गया है। इससे स्पष्ट है कि चीन की विकास दर कर्ज पर निर्भर होती जा रही है, जो दीर्घकालिक रूप से जोखिम भरा हो सकता है।
भारत ने दिखाई सबसे तेज ग्रोथ
भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। 2025 में भारत की GDP 4.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है, जो 2020 में 2.7 ट्रिलियन डॉलर थी। यानी भारत ने 5 वर्षों में 60% की शानदार ग्रोथ हासिल की है। साथ ही, कर्ज-जीडीपी अनुपात 88% से घटकर 83% हो गया है, जो भारत की वित्तीय स्थिरता को दर्शाता है।
जर्मनी ने दिखाया स्थिर विकास
यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी की GDP 2025 में 4.9 ट्रिलियन डॉलर होने का अनुमान है, जो 2020 में 3.9 ट्रिलियन डॉलर थी। इसके अलावा, कर्ज-जीडीपी अनुपात 68% से घटकर 62% हो गया है, जो कुशल वित्तीय प्रबंधन का संकेत है।
ब्राजील की अर्थव्यवस्था ने पकड़ी रफ्तार
ब्राजील की GDP 2025 में 2.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो 2020 में 1.5 ट्रिलियन डॉलर थी। यह 5 वर्षों में 56% की वृद्धि को दर्शाता है। ब्राजील ने अपने कर्ज-जीडीपी अनुपात को 96% से घटाकर 92% कर लिया है, जिससे उसकी वित्तीय स्थिति मजबूत हुई है।
जापान की अर्थव्यवस्था में गिरावट
जापान की GDP 2025 में 4.4 ट्रिलियन डॉलर रहने का अनुमान है, जो 2020 में 5.1 ट्रिलियन डॉलर थी। यह 5 वर्षों में 13% की गिरावट को दर्शाता है। हालांकि, जापान ने अपने कर्ज-जीडीपी अनुपात को 258% से घटाकर 249% किया है, लेकिन फिर भी यह दुनिया की सबसे अधिक कर्जदार अर्थव्यवस्था बनी हुई है।
ब्रिटेन, फ्रांस और इटली की स्थिति
- ब्रिटेन: 2025 में GDP 3.7 ट्रिलियन डॉलर रहने की उम्मीद, जो 2020 में 2.7 ट्रिलियन डॉलर थी। 5 सालों में 38% की ग्रोथ लेकिन कर्ज-जीडीपी अनुपात 106% से घटकर 104% हुआ।
- फ्रांस: 2025 में GDP 3.3 ट्रिलियन डॉलर, 2020 में 2.6 ट्रिलियन डॉलर थी। 24% की ग्रोथ, लेकिन कर्ज-जीडीपी अनुपात 115% पर स्थिर।
- इटली: 2025 में GDP 2.5 ट्रिलियन डॉलर, 2020 में 1.9 ट्रिलियन डॉलर थी। 29% की बढ़त, कर्ज-जीडीपी अनुपात 154% से घटकर 139% हुआ।
कनाडा ने बेहतर वित्तीय प्रदर्शन दिखाया
कनाडा की GDP 2025 में 2.3 ट्रिलियन डॉलर होने का अनुमान है, जो 2020 में 1.7 ट्रिलियन डॉलर थी। इसके अलावा, कनाडा ने अपने कर्ज-जीडीपी अनुपात को 118% से घटाकर 103% कर दिया है, जो मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है।