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NSE के एक फैसले ने शेयर बाजार में मचा दी हलचल, BSE का शेयर 9% तक टूटा

Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Mar, 2025 12:41 PM

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नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के एक बड़े फैसले ने शेयर बाजार में हलचल मचा दी है। NSE ने फ्यूचर्स एंड ऑप्शन्स (F&O) कॉन्ट्रैक्ट्स के एक्सपायरी डे में बदलाव करने की घोषणा की है, जिसके चलते बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के शेयरों में 9% तक की गिरावट देखी...

बिजनेस डेस्कः नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के एक बड़े फैसले ने शेयर बाजार में हलचल मचा दी है। NSE ने फ्यूचर्स एंड ऑप्शन्स (F&O) कॉन्ट्रैक्ट्स के एक्सपायरी डे में बदलाव करने की घोषणा की है, जिसके चलते बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के शेयरों में 9% तक की गिरावट देखी गई। इस फैसले का असर निवेशकों और ट्रेडिंग पैटर्न पर पड़ सकता है। 

बीएसई (BSE) के शेयरों में आज सुबह 9% तक की गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट तब आई जब इसके प्रमुख प्रतिस्पर्धी, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने F&O कॉन्ट्रैक्ट्स के एक्सपायरी डे में बदलाव करने की घोषणा की। अब सभी निफ्टी इंडेक्स के साप्ताहिक F&O कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी गुरुवार के बजाय महीने के आखिरी सोमवार को होगी। यह बदलाव 4 अप्रैल से लागू किया जाएगा।

इसके अलावा, NSE ने बैंक निफ्टी, फिननिफ्टी, निफ्टी मिडकैप सेलेक्ट और निफ्टी नेक्स्ट50 के F&O कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी डे को भी महीने के आखिरी सोमवार कर दिया है। यह बदलाव 4 अप्रैल, 2025 से लागू होगा।

क्यों लिया गया ऐसा फैसला?

NSE के एक प्रवक्ता ने कहा, “यह फैसला किसी आंकड़े या फायदे के आधार पर नहीं लिया गया है। यह सप्ताहांत के दौरान होने वाली भू-राजनीतिक घटनाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। सोमवार का दिन एक्सपायरी के लिए बेहतर माना गया है। हमें इस पर फीडबैक भी मिल रहा है लेकिन हमने यह फैसला एफिशिएंसी को ध्यान में रखकर लिया है। अगर जरूरत पड़ी तो हम इसकी समीक्षा भी करेंगे।”

निवेशकों को सट्टेबाजी से बचाना है टारगेट: NSE

NSE के मुख्य बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर श्रीराम कृष्णन ने एक इंटरव्यू में कहा, “रेगुलेटर का मानना है कि एक्सपायरी वाले दिनों को कम करने से सट्टेबाजी पर लगाम लगेगी। इसका प्रभावी समाधान यह हो सकता है कि सभी एक्सचेंजों के लिए हफ्ते में एक ही एक्सपायरी दिन हो।” उन्होंने यह भी कहा कि निवेशकों को ऑप्शन ट्रेडिंग के जोखिमों के बारे में जागरूक करना जरूरी है और यह उनकी जिम्मेदारी है।

इससे पहले, अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स ने BSE के शेयरों के टारगेट प्राइस को घटाकर 4,880 रुपए कर दिया था, जो पहले 5,650 रुपए था। गोल्डमैन सैक्स ने BSE के शेयरों पर न्यूट्रल रेटिंग बनाए रखी है। ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि BSE का लगभग 70 फीसदी एवरेज डेली टर्नओवर प्रोप्राइटरी ट्रेडर्स से आता है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने 24 फरवरी को जारी एक परामर्श पत्र में निवेशकों के जोखिम को मापने के लिए एक नया तरीका प्रस्तावित किया है।

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