Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Mar, 2025 11:57 AM

शेयर बाजार में निवेश के नाम पर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ताजा मामला नोएडा से सामने आया है, जहां एक बिजनेसमैन को हाई रिटर्न का लालच देकर 1.15 करोड़ रुपए की ठगी का शिकार बनाया गया। पीड़ित को फर्जी वेबसाइट्स के जरिए निवेश के लिए उकसाया गया और...
बिजनेस डेस्कः शेयर बाजार में निवेश के नाम पर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ताजा मामला नोएडा से सामने आया है, जहां एक बिजनेसमैन को हाई रिटर्न का लालच देकर 1.15 करोड़ रुपए की ठगी का शिकार बनाया गया। पीड़ित को फर्जी वेबसाइट्स के जरिए निवेश के लिए उकसाया गया और बार-बार पैसे जमा कराने के लिए मजबूर किया गया।
फर्जी वेबसाइटों से दिया गया झांसा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नोएडा सेक्टर-44 के निवासी बिजनेसमैन को 27 जनवरी को एक महिला का कॉल आया, जिसने अपना नाम ऋषिता बताया। महिला ने catalystgroupstar.com और pe.catamarketss.com जैसी वेबसाइटों के लिंक भेजे, जो m.catamarketss.com पर रीडायरेक्ट हो जाते थे।
शुरुआत में दिया प्रॉफिट, फिर ठगी का जाल
पीड़ित ने सबसे पहले 31 जनवरी को अपनी बहन के अकाउंट से 1 लाख रुपए निवेश किए। अगले ही दिन उन्हें 15,040 रुपए का प्रॉफिट दिखाया गया, जिसे निकालने की अनुमति भी मिली। इससे उनका भरोसा बढ़ गया और वे लगातार फरवरी तक इस स्कीम में निवेश करते रहे। ऋषिता के निर्देशों पर चलते हुए, उन्होंने अलग-अलग अकाउंट्स में कुल 65 लाख रुपए का निवेश कर दिया। उन्हें बताया गया कि उनका निवेश बढ़कर 1.9 करोड़ रुपए हो गया है, जिससे वे और ज्यादा उत्साहित हो गए।
नकली टैक्स और चार्जेस के नाम पर वसूली
जब पीड़ित ने अपना पैसा निकालने की कोशिश की, तो उनसे पहले 31.6 लाख रुपए टैक्स के रूप में जमा कराने को कहा गया, जिसे उन्होंने मार्च की शुरुआत में भर दिया। इसके बाद 24 घंटे के भीतर फंड रिलीज करने के लिए ‘कन्वर्जन चार्ज’ के रूप में 18.6 लाख रुपए और मांगे गए।
इसके बावजूद उन्हें न तो निवेश की गई राशि मिली और न ही प्रॉफिट। जब जालसाजों ने 40 लाख रुपए और जमा कराने की मांग की, तब उन्हें शक हुआ कि वे ठगी के शिकार हो चुके हैं।
साइबर क्राइम पुलिस कर रही जांच
इसके बाद बिजनेसमैन ने तुरंत नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो और साइबर क्राइम पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318(4) (फ्रॉड) और 319(2) (पहचान बताकर फ्रॉड) तथा आईटी एक्ट की धारा 66डी के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही जालसाजों तक पहुंचने की उम्मीद जताई है। पुलिस ने निवेशकों को सतर्क रहने और अनजान वेबसाइट्स व स्कीम्स में पैसे लगाने से पहले पूरी जांच करने की सलाह दी है।