Edited By jyoti choudhary,Updated: 31 Dec, 2024 01:16 PM
नए साल में सोना निवेशकों के लिए एक सुरक्षित विकल्प बना रहेगा और इसके दाम 85,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकते हैं। वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव, आर्थिक अनिश्चितताएं और केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीदारी के कारण घरेलू बाजार में सोने के भाव 90,000...
बिजनेस डेस्कः नए साल में सोना निवेशकों के लिए एक सुरक्षित विकल्प बना रहेगा और इसके दाम 85,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकते हैं। वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव, आर्थिक अनिश्चितताएं और केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीदारी के कारण घरेलू बाजार में सोने के भाव 90,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक भी जा सकते हैं। मौद्रिक नीति में नरमी भी सोने की कीमतों में वृद्धि का समर्थन करेगी। हालांकि, भू-राजनीतिक संकट कम होने और रुपए की स्थिरता से सोने के दाम में कुछ नरमी आ सकती है।
वर्तमान में हाजिर बाजार में सोने का भाव 79,350 रुपए प्रति 10 ग्राम और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर 76,600 रुपए प्रति 10 ग्राम है। 2024 में 30 अक्टूबर को सोने की कीमत 82,400 रुपए प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर पर थी। चांदी ने भी मजबूती दिखाई और यह 1,00,000 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर को पार कर गई।
वैश्विक स्तर पर, कॉमेक्स पर सोना वायदा ने वर्ष की शुरुआत 2,062 डॉलर प्रति औंस से की और 31 अक्टूबर को 2,790 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचा। विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 में भी सोने की कीमतें भू-राजनीतिक तनाव, केंद्रीय बैंकों की खरीदारी और ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं के कारण रिकॉर्ड बना सकती हैं।
एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष, अनुसंधान विश्लेषक (जिसं एवं मुद्रा) जतिन त्रिवेदी का कहना है कि 2025 में सोने का परिदृश्य सकारात्मक रहेगा, हालांकि वृद्धि की रफ्तार 2024 की तुलना में धीमी हो सकती है। उन्होंने कहा, “घरेलू बाजार में सोने की कीमतें 85,000 रुपए तक जा सकती हैं और सर्वोत्तम स्थिति में यह 90,000 रुपए तक पहुंच सकती हैं।” यदि भू-राजनीतिक तनाव बढ़ता है, तो चांदी की कीमतें 1.1 लाख रुपए से लेकर 1.25 लाख रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती हैं।
त्रिवेदी ने यह भी कहा कि ब्याज दरों का चक्र सोने की कीमतों को प्रभावित करेगा। वैश्विक स्तर पर कम ब्याज दरें बाजारों में नगदी प्रवाह को बढ़ावा देंगी और अमेरिकी डॉलर कमजोर होगा, जिससे सोने की कीमतें बढ़ेंगी।
दूसरी ओर, कॉमट्रेंड्ज रिसर्च के सह-संस्थापक और सीईओ ज्ञानशेखर त्यागराजन का कहना है कि 2025 की पहली छमाही में सोने की कीमतों में कमी की संभावना है। उन्होंने कहा, “2025 की पहली छमाही में सोना 2,455 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस (एमसीएक्स: 73,000-73,500 रुपए) तक गिर सकता है।”
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के कमोडिटी उपाध्यक्ष राहुल कलंत्री ने कहा कि 2024 में सोने के आभूषणों की खपत में 17% वृद्धि की उम्मीद है। यह मुख्य रूप से त्योहारी सीजन, शादी-विवाह की मांग और सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण होगी। इसके अलावा, जुलाई 2024 के केंद्रीय बजट में आयात शुल्क में कटौती से आभूषण, बार और सिक्कों की मांग में तेजी आएगी।