EPFO के करोड़ों सब्सक्राइबर्स के लिए बड़ी खबर, होने जा रहा है ये बदलाव

Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 Jan, 2025 12:53 PM

big news for crores of epfo  subscribers this change is going to happen

एंप्लॉयीज प्रॉविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन (EPFO) के सब्सक्राइबर्स के लिए बड़ी खबर है। इस साल मई-जून तक EPFO द्वारा एक नया मोबाइल एप्लिकेशन और डेबिट कार्ड की सुविधा प्रदान की जाएगी। श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया ने गुरुवार को यह जानकारी दी और...

बिजनेस डेस्कः एंप्लॉयीज प्रॉविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन (EPFO) के सब्सक्राइबर्स के लिए बड़ी खबर है। इस साल मई-जून तक EPFO द्वारा एक नया मोबाइल एप्लिकेशन और डेबिट कार्ड की सुविधा प्रदान की जाएगी। श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया ने गुरुवार को यह जानकारी दी और बताया कि EPFO के IT सिस्टम को अपग्रेड किया जा रहा है। इसका उद्देश्य EPFO 3.0 के रूप में एक सेंट्रलाइज्ड और सुविधाजनक प्रणाली स्थापित करना है, जिससे सब्सक्राइबर्स को बैंकों जैसी सुविधाएं मिल सकें।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि EPFO 3.0 के साथ पूरा सिस्टम सेंट्रलाइज्ड हो जाएगा और क्लेम सेटलमेंट सहित पूरा कामकाज एकदम आसान हो जाएगा। मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि EPFO 3.0 के जरिए सब्सक्राइबर्स को बैंकों जैसी सुविधाएं देने के बारे में आरबीआई और वित्त मंत्रालय से बातचीत हो रही है। सब्सक्राइबर्स को डेबिट कार्ड मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं होगा कि वे अपना पूरा कॉन्ट्रिब्यूशन किसी एटीएम में जाकर निकाल लें। उन्होंने कहा कि एक सीमा तय की जा सकती है कि सब्सक्राइबर अपने अंशदान का कितना हिस्सा निकाल सकते हैं और इसके लिए पहले से मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होगी।

यूपीए वर्सेज एनडीए

श्रम मंत्री ने कहा कि आरबीआई हर साल एंप्लॉयमेंट का डेटा जारी करता है। इसके अनुसार 2004 से 2014 तक यूपीए कार्यकाल के दौरान 2.19 करोड़ जॉब्स क्रिएट हुईं और हमने 2023-24 के एक साल में ही 4.6 करोड़ जॉब्स क्रिएट कीं। यूपीए शासन में जहां एंप्लॉयमेंट ग्रोथ केवल 7% रही, वहीं 2014 से 2024 के बीच 36% की बढ़त दर्ज की गई।

मांडविया ने कहा कि 2013-14 में एंप्लॉयमेंट का आंकड़ा 47 करोड़ 15 लाख का था, जो 2023-24 में बढ़कर 64 करोड़ 33 लाख हो गया। 2004 से 2014 तक यूपीए शासन में एग्रीकल्चर सेक्टर में रोजगार में 16% की गिरावट रही, वहीं 2014 से 2023 के बीच मोदी शासन में 19% की बढ़त दर्ज की गई।

बेरोजगारी दर

मांडविया ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग में यूपीए शासन में रोजगार 6% ही बढ़ा लेकिन 2014 से 2023 के बीच इसमें 15% की बढ़त रही। सर्विसेज सेक्टर में रोजगार 2004 से 2014 के बीच 25% बढा और 2014 से 2023 के बीच 36% बढ़ा। 2017-18 में बेरोजगारी दर 6% थी, जो 2023-24 में घटकर 3.2% पर आ गई। एंप्लॉयमेंट रेट इस दौरान 46.8% से बढ़कर 58.2% पर पहुंच गई।

श्रम मंत्री ने कहा कि ग्रैजुएट युवाओं की एंप्लॉयबिलिटी 2013 में 33.95% थी। 2024 में यह बढ़कर 54.81% हो गई। युवाओं में एंप्लॉयमेंट रेट 2017-18 में 31.4% था, जो 2023-24 में 41.7% हो गया। इस अवधि में बेरोजगारी दर 17.8% से घटकर 10.2% पर आ गई।
 

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!