Edited By jyoti choudhary,Updated: 24 Dec, 2024 11:07 AM
आईपीओ में पैसा लगाने वाले निवेशकों के लिए गुड न्यूज है। देश का सबसे बड़ा औद्योगिक समूह टाटा ग्रुप ने अपनी एक कंपनी को लिस्ट करने की तैयारी शुरू कर दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, टाटा कैपिटल का आईपीओ लगभग 2 अरब डॉलर (करीब 17,035 करोड़ रुपए) का हो सकता...
बिजनेस डेस्कः आईपीओ में पैसा लगाने वाले निवेशकों के लिए गुड न्यूज है। देश का सबसे बड़ा औद्योगिक समूह टाटा ग्रुप ने अपनी एक कंपनी को लिस्ट करने की तैयारी शुरू कर दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, टाटा कैपिटल का आईपीओ लगभग 2 अरब डॉलर (करीब 17,035 करोड़ रुपए) का हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, टाटा ग्रुप ने इसके लिए कुछ प्रमुख निवेश बैंकों के साथ चर्चा शुरू कर दी है। हाल ही में कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की अनुमति दी गई है। जनवरी तक अतिरिक्त बैंकर्स की नियुक्ति भी की जा सकती है।
इस खबर के बाद, टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन के शेयरों में आज शुरुआती कारोबार में 8% का उछाल देखने को मिला। यह आईपीओ टाटा ग्रुप की रणनीतिक योजनाओं का हिस्सा है और निवेशकों को आकर्षक अवसर प्रदान कर सकता है।
आरबीआई के नियमों के अनुसार टाटा संस और टाटा कैपिटल को अपर लेयर एनबीएफसी के रूप में क्लासिफाई किया गया है। उन्हें सितंबर 2025 तक अपने शेयरों को लिस्ट कराना जरूरी है। टाटा कैपिटल में टाटा संस की 93% हिस्सेदारी है। इस बारे में टाटा ग्रुप, टाटा कैपिटल और कोटक इन्वेस्टमेंट बैंक ने उन्हें भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला। पिछले साल नवंबर में टाटा टेक्नोलॉजीज की बंपर लिस्टिंग के बाद यह दो दशक में टाटा ग्रुप का दूसरा आईपीओ होगा। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) का आईपीओ साल 2004 में आया था।
कहां पहुंची कीमत
टाटा कैपिटल के नॉन-लिस्टेड शेयरों की कीमत पिछले साल दिसंबर में 450 रुपए से बढ़कर अप्रैल में 1,100 रुपए हो गई थी। अभी ये लगभग 900 रुपए पर कारोबार कर रहे हैं। इस कीमत के आधार पर कंपनी की वैल्यूएशन 3.5 लाख करोड़ रुपए है। सितंबर 2022 में RBI ने टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज को अपर लेयल NBFC के रूप में क्लासिफाई किया था। नियमों के मुताबिक इस श्रेणी में आने वाली कंपनियों के लिए तीन साल के भीतर लिस्ट होना जरूरी है। टाटा कैपिटल ग्रुप की तीन लेंडिंग कंपनियों टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज, टाटा कैपिटल हाउसिंग फाइनेंस और टाटा क्लीनटेक कैपिटल तथा तीन निवेश और सलाहकार कंपनियों टाटा सिक्योरिटीज, टाटा कैपिटल सिंगापुर और निजी इक्विटी के लिए होल्डिंग कंपनी है।
टाटा ग्रुप के लिए टाटा कैपिटल रणनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ग्रुप से जुड़ी विभिन्न कंपनियों की फंडिंग जरूरतों को पूरा करता है। 31 मार्च, 2024 को समाप्त वर्ष के लिए, टाटा कैपिटल ने 18,178 करोड़ रुपए का रेवेन्यू हासिल किया, जो वित्त वर्ष 2023 की तुलना में 34% अधिक है। इस दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 3,315 करोड़ रुपए रहा जो वित्त वर्ष 2023 के मुनाफे से 12% अधिक है। 31 मार्च, 2024 तक NBFC की कुल एसेट 23,417 करोड़ रुपए है। वित्त वर्ष 2023 में, टाटा कैपिटल ने 125.10 रुपए प्रति शेयर की दर से शेयरों की पेशकश करते हुए राइट्स इश्यू के माध्यम से 593.80 करोड़ रुपए जुटाए।