Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Apr, 2025 05:45 PM
वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव के बीच निफ्टी अगले 12 महीने में 25,521 के स्तर को छू सकता है। यह जानकारी एक वित्तीय सेवा कंपनी PL कैपिटल द्वारा सोमवार को जारी रिपोर्ट में दी गई है। हालांकि यह लक्ष्य पहले के अनुमान 25,689 से थोड़ा कम है लेकिन ब्रोकरेज...
बिजनेस डेस्कः वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव के बीच निफ्टी अगले 12 महीने में 25,521 के स्तर को छू सकता है। यह जानकारी एक वित्तीय सेवा कंपनी PL कैपिटल द्वारा सोमवार को जारी रिपोर्ट में दी गई है। हालांकि यह लक्ष्य पहले के अनुमान 25,689 से थोड़ा कम है लेकिन ब्रोकरेज फर्म को भारत की दीर्घकालिक विकास गाथा पर पूरा भरोसा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले समय में घरेलू बाजार केंद्रित सेक्टर्स - जैसे हॉस्पिटल, फार्मा, रिटेल, FMCG कंपनियां, बैंक, डिफेंस और पावर सेक्टर अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
बाजार में संभावनाएं बरकरार
PL कैपिटल का मानना है कि भारत का शेयर बाजार वैश्विक झटकों को संभालने में सक्षम है और विकास की रफ्तार जारी रख सकता है। इसमें नीतिगत सहयोग, मजबूत घरेलू अर्थव्यवस्था और सेक्टोरल ग्रोथ बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि तेजी की स्थिति में इंडेक्स 27,590 और उम्मीद से कम तेजी की स्थिति में इंडेक्स 24,831 तक पहुंच सकता है।
2025 में अब तक 3.8% की गिरावट
2025 में अब तक निफ्टी में 3.8 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। इसकी वजह वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता बढ़ना और अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वार बढ़ना है।
कमोडिटी प्राइस और तेल की कीमतें चिंता का विषय
रिपोर्ट में कहा गया है कि क्रूड ऑयल और अन्य कमोडिटीज की कीमतों में उतार-चढ़ाव कुछ सेक्टरों के लिए अल्पकालिक चुनौतियां ला सकते हैं। हालांकि, सीमेंट की मांग में सुधार, निर्माण गतिविधियों में तेजी और कीमतों में बढ़ोतरी के कारण इस सेक्टर की लाभप्रदता बनी रहेगी।
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की उम्मीद
वैश्विक मोर्चे पर, भारत और अमेरिका के बीच संभावित व्यापार समझौता कई सेक्टरों में सकारात्मक असर ला सकता है- जैसे ऑटो, कंज़्यूमर गुड्स, रक्षा, तेल और गैस, शराब, और टेक्नोलॉजी।
इसके अतिरिक्त, टेक्सटाइल, रेडीमेड गारमेंट्स और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे सेक्टरों में भी लाभ की संभावना जताई गई है।