Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Sep, 2024 05:52 PM
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने सैमसंग, शाओमी, अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ गुप्त समझौतों और प्रतिस्पर्धा कानूनों के उल्लंघन के गंभीर आरोप लगाए हैं। आयोग की जांच में पाया गया कि इन कंपनियों के बीच हुए गुप्त समझौतों के चलते ग्राहकों को नुकसान हो...
बिजनेस डेस्कः भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने सैमसंग, शाओमी, अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ गुप्त समझौतों और प्रतिस्पर्धा कानूनों के उल्लंघन के गंभीर आरोप लगाए हैं। आयोग की जांच में पाया गया कि इन कंपनियों के बीच हुए गुप्त समझौतों के चलते ग्राहकों को नुकसान हो रहा है और बाजार में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा खत्म हो रही है।
गुप्त समझौतों का पर्दाफाश
रिपोर्ट में कहा गया है कि सैमसंग और शाओमी जैसी बड़ी कंपनियों ने अमेजन और फ्लिपकार्ट के साथ समझौते किए, जिसके तहत ये प्लेटफॉर्म उनके उत्पादों को एक्सक्लूसिव रूप से लॉन्च कर रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, अन्य कंपनियों के उत्पादों को वह स्थान और बढ़ावा नहीं मिल रहा है, जिसका वे हकदार हैं।
रिपोर्ट की मुख्य बातें
अमेजन: 1,027 पन्नों की रिपोर्ट के अनुसार, अमेजन ने सैमसंग, शाओमी, रियलमी, मोटोरोला और वनप्लस के फोन को एक्सक्लूसिव रूप से लॉन्च किया है।
फ्लिपकार्ट: 1,696 पन्नों की रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्लिपकार्ट ने सैमसंग, शाओमी, मोटोरोला, वीवो और रियलमी के साथ ऐसे ही समझौते किए हैं।
एक्सक्लूसिव कॉन्ट्रैक्ट्स का प्रभाव
CCI ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि इस तरह के एक्सक्लूसिव कॉन्ट्रैक्ट बाजार में प्रतिस्पर्धा के खिलाफ हैं और उपभोक्ताओं के हितों को नुकसान पहुंचाते हैं। जीवी शिवा प्रसाद, CCI के एडिशनल डायरेक्टर जनरल ने कहा कि ये समझौते न केवल उपभोक्ताओं को महंगे उत्पादों की ओर धकेलते हैं, बल्कि इससे फ्री और फेयर कंपटीशन भी खत्म हो रहा है।
संभावित परिणाम
इन आरोपों के बाद सैमसंग और शाओमी जैसी कंपनियों को भारतीय बाजार में कानूनी और व्यवसायिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। CCI की यह रिपोर्ट इन कंपनियों के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी कर सकती है और उनकी व्यापारिक रणनीतियों पर सवाल खड़े कर सकती है।