Edited By jyoti choudhary,Updated: 24 Jan, 2025 10:51 AM
ऐप आधारित टैक्सी सेवाएं प्रदान करने वाली प्रमुख कंपनियां ओला और उबर, केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) के निशाने पर आ गई हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, सीसीपीए ने इन कंपनियों को नोटिस जारी कर भारत में उपभोक्ताओं से उनके मोबाइल फोन के...
बिजनेस डेस्कः ऐप आधारित टैक्सी सेवाएं प्रदान करने वाली प्रमुख कंपनियां ओला और उबर, केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) के निशाने पर आ गई हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, सीसीपीए ने इन कंपनियों को नोटिस जारी कर भारत में उपभोक्ताओं से उनके मोबाइल फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम (एंड्रॉयड और एप्पल) के आधार पर अलग-अलग किराया वसूलने के आरोपों पर स्पष्टीकरण मांगा है।
केंद्रीय मंत्री ने दिए थे जांच के आदेश
करीब एक माह पहले उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा था कि एक ही सवारी के लिए एंड्रॉयड डिवाइस और आईफोन पर एक साथ प्रदर्शित किराए में असमानता प्रथम दृष्टया अनुचित व्यापार व्यवहार प्रतीत होता है। केंद्रीय मंत्री ने केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण से इसकी जांच करने को कहा था। साथ ही यह भी पता लगाने के लिए कहा था कि क्या खाद्य वितरण और ऑनलाइन टिकट बुकिंग ऐप अलग-अलग मूल्य निर्धारण का अभ्यास कर रहे हैं।
उबर ने कहा-हम ऐसा नहीं करते
इस मामले में उबर ने कहा है कि हम सवारी के फोन निर्माता के आधार पर कीमतें निर्धारित नहीं करते हैं। हम किसी भी गलतफहमी को दूर करने के लिए सीसीपीए के साथ काम करने के लिए तत्पर हैं। केंद्रीय मंत्री ने बीते बुधवार को उपभोक्ता मामलों के मंत्री विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी। इसमें उन्हें इस मामले सहित उपभोक्ता हितों की रक्षा के लिए हाल ही में उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी गई।
सोशल मीडिया पर यूजर ने लगाया था आरोप
इससे पहले, बताया गया कि एक सोशल मीडिया यूजर ने आरोप लगाया था कि उबर एंड्रॉयड यूजर्स के मुकाबले एप्पल आईफोन यूजर्स से ज्यादा किराया वसूलता है। इस दावे को ऑनलाइन शेयर की गई एक तस्वीर से भरपूर सपोर्ट मिला। इसमें उबर ऑटो की एक ही पैसेंजर्स के लिए अलग-अलग दरों वाले दो अलग-अलग मोबाइल फोन दिखाए गए। फोटो में एंड्रॉयड डिवाइस पर किराया ₹290.79 दिखाया गया है, जबकि एप्पल आईफोन पर समान यात्रा के लिए ₹342.47 का अधिक शुल्क दिखाया गया है।