Edited By jyoti choudhary,Updated: 23 Oct, 2024 10:49 AM
भारतीय निवेशकों (Indian Investors) की बचत की धारणा में बदलाव आ रहा है। पहले 'भविष्य के लिए बैंक में पैसे जमा करो' का चलन था लेकिन अब वे तेजी से म्यूचुअल फंड (Mutual funds) और शेयर बाजार (stock market) में निवेश कर रहे हैं। 2014 से 2024 के बीच,...
बिजनेस डेस्कः भारतीय निवेशकों (Indian Investors) की बचत की धारणा में बदलाव आ रहा है। पहले 'भविष्य के लिए बैंक में पैसे जमा करो' का चलन था लेकिन अब वे तेजी से म्यूचुअल फंड (Mutual funds) और शेयर बाजार (stock market) में निवेश कर रहे हैं। 2014 से 2024 के बीच, बैंकों में जमा की जाने वाली राशि 58% से घटकर 42% रह गई है, जबकि म्यूचुअल फंड में निवेश दोगुना से अधिक हो चुका है।
शेयर बाजार में निवेशित धन का हिस्सा 7% से बढ़कर 12% तक पहुंच गया है, जैसा कि इनसाइट स्कूल ऑफ इंट्रिन्सिक कंपाउंडिंग की रिपोर्ट में बताया गया है। ब्लूमबर्ग और कोटक के डेटा पर आधारित इस रिसर्च से पता चलता है कि न केवल बैंक डिपॉजिट, बल्कि बीमा में भी निवेश की हिस्सेदारी में कमी आई है।
निवेश और निवेशकों के बदलाव का दशक
म्यूचुअल फंडः निवेश 137% राशि 142% बढ़ी
एंफी के अनुसार 9.87 करोड़ निवेशकों ने म्यूचुअल फंड में 68 लाख करोड़ रुपए निवेश किए है। सितंबर-14 में 4.17 करोड़ निवेशकों के 28.11 लाख करोड़ रुपए म्यूचुअल फंड में जमा थे।
डीमैट अकाउंटः 476% बढ़े निवेशक
एनएसई पल्स के अनुसार सितंबर-2014 में शेयर मार्केट में कुल 1.8 करोड़ रजिस्टर्ड निवेशक थे। सितंबर-24 तक बढ़कर 10.37 करोड़ हो गए यानी 476% वृद्धि।
राज्यों की हिस्सेदारीः यूपी में 830% बढ़े निवेशक
2014- 15 में उप्र में 12.48 लाख निवेशक (6.9%) थे। सितंबर-24 तक 1.16 करोड़ (11.2%) हो गए। 830% वृद्धि। राजस्थान में 6.67 लाख थे, 59.43 लाख हुए। 791% की वृद्धि।
पेंशन में निवेशः 3000% बढ़ गया
2024 में देश के पेंशन फंड में कुल 15 लाख करोड़ रुपए की राशि निवेश की गई है। 2014 में यह राशि महज 48,136 करोड़ ही थी यानी 3025% ग्रोथ रही।