Edited By jyoti choudhary,Updated: 02 Aug, 2024 03:46 PM
मिडल ईस्ट में चल रहे तनाव और विदेशी बाज़ारों के प्रभाव के कारण शुक्रवार को भारतीय बाज़ारों में भी जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। गुरूवार देर रात अमरीकी बाज़ारों में आई भारी गिरावट और इसके बाद अन्य एशियाई बाज़ारों में मंदी के प्रभाव से भारतीय बाजार सुबह...
बिजनेस डेस्कः मिडल ईस्ट में चल रहे तनाव और विदेशी बाज़ारों के प्रभाव के कारण शुक्रवार को भारतीय बाज़ारों में भी जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। गुरूवार देर रात अमरीकी बाज़ारों में आई भारी गिरावट और इसके बाद अन्य एशियाई बाज़ारों में मंदी के प्रभाव से भारतीय बाजार सुबह गिरावट के साथ खुले और सेंसेक्स खुलते ही 700 अंक लुढ़क गया जबकि निफ्टी में भी 221 अंक की गिरावट दर्ज की गई। दिन के कारोबारी सेशन के दौरान यह मंदी गहराती गई और अंत में सेंसेक्स करीब 885. अंक की गिरावट के साथ 80,981.95 अंक पर बंद हुआ जबकि निफ्टी में 293.20 एक की गिरावट आई और निफ्टी 24717.70 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स ने एक ही दिन में पिछले चार दिन की बढ़त भी गंवा दी है। इस सप्ताह सेंसेक्स ने 81,349.28 के साथ शुरुआत की थी जबकि बाजार बंद होने के समय सेंसेक्स 80,981.95 अंक पर बंद हुआ है और इसके साथ ही भारतीय बाज़ारों में पिछले कुछ सप्ताह से चल रही तेजी पर ब्रेक लगा गया है। निफ्टी भी इस सप्ताह 98.35 अंक लुढ़क कर बंद बंद हुआ है। निफ्टी ने सप्ताह की शुरुआत 24,943.30 अंक पर की थी और अब निफ्टी 24717.70 अंक पर बंद हुआ है और इसमें इस सप्ताह।
दरअसल मिडल ईस्ट में इजरायल और ईरान के मध्य चल रहे तनाव के कारण बाज़ारों में घबराहट है इसके अलावा जापान में ब्याज दरों में हुई वृद्धि से भी बाजार का मूड बिगड़ा है। इसी कारण बाज़ारों में गिरावट का सिलसिला शुरू हुआ है. बाजार को आशंका है कि मिडल ईस्ट में शुरू हुए संकट का दुनिअय भर में कच्चे तेल की सप्लाई पर असर पड़ेगा। इसके साथ ही कई देशों की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हो सकती है। इसी कारण गुरूवार रात को अमरीकी बाज़ारों से इस गिरावट की शुरआत हुई और डाओ जोन्स इंडेक्स करीब 700 अंक लुढ़क कर बंद हुआ और शुक्रवार सुबह एशियाई और यूरोपीय बाजार भी इसके प्रभाव में आ गए।