Edited By jyoti choudhary,Updated: 02 Apr, 2025 04:58 PM
चीन ने गोल्ड मार्केट में बड़ा कदम उठाया है, जिससे वैश्विक बाजारों में हलचल मच गई है। चीन के Financial Supervision Administration (FSA) ने बीमा कंपनियों को गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट्स और गोल्ड लीसिंग बिजनेस में निवेश की अनुमति दे दी है। कंपनियां अपने कुल...
बिजनेस डेस्कः चीन ने गोल्ड मार्केट में बड़ा कदम उठाया है, जिससे वैश्विक बाजारों में हलचल मच गई है। चीन के Financial Supervision Administration (FSA) ने बीमा कंपनियों को गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट्स और गोल्ड लीसिंग बिजनेस में निवेश की अनुमति दे दी है। कंपनियां अपने कुल निवेश का 1% तक सोने में लगा सकती हैं, जिससे गोल्ड मार्केट में बड़ी हलचल देखने को मिल रही है।
गोल्ड में भारी निवेश का अनुमान
- चीन की बीमा कंपनियों का कुल निवेश $4.4 ट्रिलियन है।
- इसका 1% मतलब $25–28 बिलियन का संभावित निवेश सिर्फ गोल्ड में।
- 300 टन गोल्ड की संभावित खरीद, जो वैश्विक गोल्ड डिमांड का 6.5% हिस्सा बनता है- यानी बहुत बड़ी खरीद।
चीन का यह कदम क्यों?
डॉलर पर निर्भरता कम करना: चीन वैश्विक व्यापार में अमेरिकी डॉलर के प्रभाव को कम करना चाहता है।
अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर: बढ़ते टैरिफ तनाव के बीच गोल्ड एक ‘सेफ हेवन एसेट’ बन गया है।
कम ब्याज दरें: गोल्ड अब एक सुरक्षित दीर्घकालिक निवेश विकल्प के रूप में उभर रहा है।
ग्लोबल और भारतीय बाजारों पर असर
- सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर परः भारत में सोना ₹91,300/10 ग्राम के पार पहुंच गया।
- गोल्ड ETFs, फिजिकल गोल्ड और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स में डिमांड बढ़ सकती है
- रुपए पर दबाव: डॉलर और गोल्ड की बढ़ती मांग से भारतीय मुद्रा पर असर पड़ सकता है।