Edited By jyoti choudhary,Updated: 20 Jan, 2025 12:58 PM
कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) के सर्वेक्षण ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर आशावादी रुख दिखाया है। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, 75% कंपनियां मानती हैं कि वर्तमान आर्थिक माहौल निजी निवेश के लिए अनुकूल है, और जियो-पॉलिटिकल चुनौतियों के बावजूद भारत में...
बिजनेस डेस्कः कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) के सर्वेक्षण ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर आशावादी रुख दिखाया है। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, 75% कंपनियां मानती हैं कि वर्तमान आर्थिक माहौल निजी निवेश के लिए अनुकूल है, और जियो-पॉलिटिकल चुनौतियों के बावजूद भारत में निवेश का माहौल सकारात्मक बना हुआ है।
निवेश बढ़ने की संभावना सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी के अनुसार, 70% कंपनियों ने वित्त वर्ष 2026 के दौरान निवेश करने के संकेत दिए हैं। इससे आगामी तिमाहियों में निजी निवेश में वृद्धि होने की संभावना है।
रोजगार वृद्धि की उम्मीद सर्वे के मुताबिक, 97% कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024-25 और 2025-26 में रोजगार वृद्धि की उम्मीद जताई है। पिछले तीन सालों में 79% कंपनियों ने अपनी वर्कफोर्स बढ़ाई है।
मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में वृद्धि सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में अगले साल 15-22% तक डायरेक्ट एम्प्लॉयमेंट ग्रोथ हो सकती है। इनडायरेक्ट एम्प्लॉयमेंट ग्रोथ 14% रहने का अनुमान है।
पॉजिटिव संकेत सीआईआई ने 2047 तक 'विकसित भारत' के लक्ष्य को अच्छी गुणवत्ता वाली जॉब्स पर आधारित बताया है और उम्मीद जताई है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान भारत की ग्रोथ रेट 6.4 से 6.7 फीसदी रह सकती है, जबकि वित्त वर्ष 2026 में यह 7.0 फीसदी हो सकती है।
सैलरी में बढ़ोतरी की संभावना सर्वे के अनुसार, 40-45% कंपनियों ने बताया कि सीनियर मैनेजमेंट और अन्य कर्मचारियों के लिए औसत वेतन में 10-20% की बढ़ोतरी हुई है, जो 2025 में भी जारी रहने की संभावना है। यह वृद्धि निजी खपत को बढ़ावा दे सकती है, जो अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद होगा।