Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Sep, 2024 02:54 PM
देश में गाड़ियों की बिक्री में कमी से वाहन कंपनियों की चिंता बढ़ गई है। भारत में यात्री वाहन की रिटेल बिक्री में अगस्त में सालाना आधार पर पांच प्रतिशत घट गई। उद्योग संगठन फाडा (FADA) ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
नई दिल्लीः देश में गाड़ियों की बिक्री में कमी से वाहन कंपनियों की चिंता बढ़ गई है। भारत में यात्री वाहन की रिटेल बिक्री में अगस्त में सालाना आधार पर पांच प्रतिशत घट गई। उद्योग संगठन फाडा (FADA) ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
फाड़ा की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में कुल 309,053 यात्री वाहन (Passenger Vehicles) का रजिस्ट्रेशन हुआ, जबकि अगस्त 2023 में यह संख्या 323,720 थी।
कारों की बिक्री में कमी का कारण?
बता दें कि ग्राहक खरीद में देरी समेत उपभोक्ताओं के खराब सेंटीमेंट और लगातार भारी बारिश के कारण देश में कारों की बिक्री अगस्त में घटी है।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने बयान में कहा, ‘‘त्यौहारी मौसम के बावजूद बाजार पर काफी दबाव बना हुआ है… वाहन अब 70-75 दिन तक गोदाम में रखे रहते हैं… और ‘इन्वेंट्री’ कुल 7.8 लाख वाहनों की है, जिसका मूल्य 77,800 करोड़ रुपए है।’’
उन्होंने कहा कि स्थिति पर प्रतिक्रिया देने के बजाय, पी.वी. मूल उपकरण निर्माता (OEM) मासिक आधार पर डीलर को भेजे जाने वाले सामानों की संख्या में वृद्धि कर रहे हैं, जिससे समस्या और भी गंभीर हो रही है।
सिंघानिया ने कहा, ‘‘फाडा सभी बैंकों तथा एनबीएफसी से तत्काल हस्तक्षेप करने और अत्यधिक ‘स्टॉक’ रखने वाले डीलर को दिए जाने वाले फाइनेंस को नियंत्रित करने का आग्रह करता है।’’ उन्होंने कहा कि इन डीलर को भी अपनी वित्तीय स्थिति की रक्षा के लिए अतिरिक्त ‘स्टॉक’ रखना बंद करने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।