Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Feb, 2025 05:27 PM
![crisis on tomato farmers getting only rs3 5 per kg](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_17_25_026346899tomato-ll.jpg)
ओडिशा के गंजाम जिले में टमाटर की खेती करने वाले किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। बाजार में टमाटर 10-15 रुपए प्रति किलो बिकने के बावजूद, किसानों को इसकी महज 3-5 रुपए प्रति किलो कीमत ही मिल रही है। लागत वसूल न होने के कारण कुछ किसानों ने अपनी...
बिजनेस डेस्कः ओडिशा के गंजाम जिले में टमाटर की खेती करने वाले किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। बाजार में टमाटर 10-15 रुपए प्रति किलो बिकने के बावजूद, किसानों को इसकी महज 3-5 रुपए प्रति किलो कीमत ही मिल रही है। लागत वसूल न होने के कारण कुछ किसानों ने अपनी फसल मवेशियों को खिला दी।
किसानों की परेशानी: लागत भी नहीं निकल रही
- सत्रुसल गांव के किसान सुरथ पाहन ने बताया कि तीन महीने की मेहनत के बाद भी कटाई पर खर्च की गई मजदूरी नहीं निकल पा रही। उन्होंने शुक्रवार को ₹3 प्रति किलो के हिसाब से 15 क्विंटल टमाटर बेचे।
- मठ मुकुंदपुर गांव के दया प्रधान ने कहा कि बीज, खाद, कीटनाशक और परिवहन का खर्च भी नहीं निकल पा रहा।
- शत्रुसोला गांव के उपेंद्र पोलाई ने तो कम कीमत के कारण अपनी पूरी फसल मवेशियों को खिला दी।
कीमतों में गिरावट क्यों आई?
✔ अत्यधिक उत्पादन: इस बार बड़ी संख्या में किसानों ने टमाटर की खेती की, जिससे बाजार में आपूर्ति बढ़ गई और कीमतें गिर गईं।
✔ कोल्ड स्टोरेज की कमी: किसान अपनी उपज को भंडारण नहीं कर सकते, जिससे मजबूरी में उन्हें सस्ते दामों पर बेचने या फसल बर्बाद करने के लिए छोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
सरकारी प्रतिक्रिया
बागवानी विभाग के उप निदेशक कांड जेना ने बताया कि जिले में 1,500 हेक्टेयर में टमाटर की खेती की गई और अधिक उत्पादन की वजह से पिछले हफ्ते कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई।
समाधान की जरूरत
किसान नेता ब्रुन्दाबन खतेई ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों और कोल्ड स्टोरेज की कमी के कारण किसान भारी नुकसान झेल रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार को भंडारण सुविधाएं बढ़ाने और प्रसंस्करण इकाइयों को बढ़ावा देने पर ध्यान देना चाहिए, ताकि किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिल सके।