Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 Oct, 2024 01:59 PM
हाल के आंकड़ों के अनुसार, देश की अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। ऑटो बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे automotive उद्योग में संकट की स्थिति दिखाई दे रही है। इसके साथ ही, हाउसिंग क्षेत्र में भी बिक्री में कमी आई है। वहीं, FMCG...
बिजनेस डेस्कः हाल के आंकड़ों के अनुसार, देश की अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। ऑटो बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे automotive उद्योग में संकट की स्थिति दिखाई दे रही है। इसके साथ ही, हाउसिंग क्षेत्र में भी बिक्री में कमी आई है। वहीं, FMCG (फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स) की खपत में भी गिरावट आई है, जिससे उपभोक्ताओं की खरीदारी की क्षमता में कमी आती दिख रही है। घरेलू बचत भी हाल के वर्षों में दशक के निचले स्तर पर पहुंच गई है, जोकि आर्थिक सुरक्षा और समृद्धि के लिए चिंता का विषय है।
विशेषज्ञों का मानना है कि उच्च आयकर स्लैब (Higher income tax slabs)और स्थिर धारा 80C सीमा के कारण मध्यम वर्ग आर्थिक रूप से टूट गया है। यह स्थिति मध्यम वर्ग की वित्तीय योजना और भविष्य की निवेश क्षमता को प्रभावित कर रही है। यदि यह स्थिति कायम रही, तो इसके दूरगामी प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ सकते हैं।
इस संदर्भ में सरकार को उचित नीतियां बनाते हुए समस्या का समाधान निकालने की आवश्यकता है, ताकि आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके और मध्यम वर्ग को राहत मिल सके।