Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 Sep, 2024 12:31 PM
देश के प्रमुख सात शहरों में जुलाई-सितंबर के बीच आवासीय संपत्तियों की बिक्री 11 प्रतिशत घटकर 1,07,060 इकाई रह गई है। यह गिरावट नए मकानों की कम पेशकश और औसत कीमतों में सालाना आधार पर 23 प्रतिशत की वृद्धि के चलते आई है। रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक ने...
बिजनेस डेस्कः देश के प्रमुख सात शहरों में जुलाई-सितंबर के बीच आवासीय संपत्तियों की बिक्री 11 प्रतिशत घटकर 1,07,060 इकाई रह गई है। यह गिरावट नए मकानों की कम पेशकश और औसत कीमतों में सालाना आधार पर 23 प्रतिशत की वृद्धि के चलते आई है। रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक ने गुरुवार को यह आंकड़े जारी किए हैं, जिसमें कहा गया है कि पिछले वर्ष इसी अवधि में बिक्री 1,20,290 इकाई थी।
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नई पेशकश में 19% की कमी
रिपोर्ट के अनुसार, शीर्ष सात शहरों में नई पेशकशों में 19 प्रतिशत की कमी आई है। जुलाई-सितंबर 2024 में 93,750 इकाइयां पेश की गईं, जबकि 2023 में यह संख्या 1,16,220 इकाई थी। एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, "हालांकि बिक्री में गिरावट आई है लेकिन यह तथ्य कि बिक्री, पेशकश के मुकाबले अधिक रही, यह दर्शाता है कि डिमांड-सप्लाई समीकरण मजबूत बना हुआ है।"
साल के इस समय मांग में कमी
उन्होंने यह भी बताया कि ऊंची कीमतों और मानसून के कारण तीसरी तिमाही में मकानों की बिक्री में कमी आई है। इसके अलावा, 'श्राद्ध' के कारण भी मांग पर प्रभाव पड़ा है, क्योंकि इस दौरान कई भारतीय लोग मकान नहीं खरीदते हैं।
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शहरों के अनुसार बिक्री में कमी
- मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) में सबसे अधिक 36,190 इकाइयों की बिक्री हुई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की 38,505 यूनिट्स से 6 प्रतिशत कम है।
- पुणे में बिक्री 22,885 यूनिट्स से घटकर 19,050 यूनिट्स रह गई, जो 17 प्रतिशत की कमी दर्शाती है।
- दिल्ली-एनसीआर में बिक्री 15,865 इकाइयों से घटकर 15,570 इकाई रह गई, जबकि बेंगलुरु में यह 16,395 इकाइयों से घटकर 15,025 इकाई हो गई।
- हैदराबाद में 12,735 इकाइयों की बिक्री हुई, जो पिछले वर्ष की 16,375 इकाइयों से 22 प्रतिशत कम है।
- कोलकाता में बिक्री 5,320 इकाइयों से घटकर 3,980 इकाई रह गई, जबकि चेन्नई में यह 9 प्रतिशत घटकर 4,510 इकाई रह गई।
औसत कीमतों में वृद्धि
एनारॉक ने कहा कि कच्चे माल की बढ़ती लागत और बिक्री में कमी के बावजूद, शीर्ष सात शहरों में औसत आवासीय संपत्ति की कीमतें सालाना आधार पर 23 प्रतिशत बढ़ गई हैं। यह 2023 की तीसरी तिमाही में 6,800 रुपए प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2024 की तीसरी तिमाही में 8,390 रुपए प्रति वर्ग फुट पहुंच गई हैं। हैदराबाद में औसत कीमतों में सबसे अधिक 32 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है।