Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Mar, 2025 04:14 PM

भारत अपने रक्षा तंत्र को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठा रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने ₹54,000 करोड़ से अधिक की आठ प्रमुख पूंजीगत खरीद को मंजूरी दी है। इन रक्षा उपकरणों से भारतीय सेना, नौसेना और...
नई दिल्लीः भारत अपने रक्षा तंत्र को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठा रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने ₹54,000 करोड़ से अधिक की आठ प्रमुख पूंजीगत खरीद को मंजूरी दी है। इन रक्षा उपकरणों से भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना की ताकत और बढ़ेगी।
भारतीय सेना के लिए टैंक अपग्रेड
भारतीय सेना के लिए T-90 टैंकों के लिए 1,350 हॉर्सपावर (HP) इंजन खरीदने की मंजूरी दी गई है, जो मौजूदा 1,000 HP इंजन की जगह लेंगे। इस अपग्रेड से टैंकों की उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में गतिशीलता बढ़ेगी और पावर-टू-वेट रेशियो में सुधार होगा।
भारतीय नौसेना को मिलेगी नई टॉरपीडो प्रणाली
भारतीय नौसेना को वरुणास्त्र टॉरपीडो का अतिरिक्त स्टॉक मिलेगा। यह एक उन्नत जहाज-लॉन्च एंटी-सबमरीन हथियार है, जिसे नौसेना विज्ञान और तकनीकी प्रयोगशाला (NSTL) द्वारा विकसित किया गया है। यह प्रणाली दुश्मन की पनडुब्बियों के खिलाफ भारत की अंडरवाटर युद्ध क्षमता को मजबूत करेगी।
वायुसेना को मिलेगा नया AEW&C सिस्टम
भारतीय वायुसेना की हवाई सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए नए एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C) सिस्टम की खरीद को मंजूरी दी गई है। ये अत्याधुनिक विमान युद्ध के दौरान बेहतर निगरानी और समन्वय करने में मदद करेंगे, जिससे वायुसेना की लड़ाकू क्षमता में बड़ा इजाफा होगा।
तेजी से होगी रक्षा खरीद, लालफीताशाही खत्म करने की पहल
नई रक्षा खरीदों को मंजूरी देने के साथ ही रक्षा मंत्रालय ने खरीद प्रक्रिया में सुधारों को लागू करने का फैसला किया है। भारत की रक्षा खरीद प्रक्रिया पहले से 96 सप्ताह (2 साल) लंबी होती थी, जिसे अब घटाकर 24 सप्ताह (6 महीने) तक लाने का लक्ष्य रखा गया है।