Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 Aug, 2024 02:56 PM
दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट बाजार ने इस साल जनवरी-जून में 63.33 करोड़ अमेरिकी डॉलर का सर्वाधिक निजी निवेश आकर्षित किया। निवेशकों का प्रमुख कार्यालय स्थल और लग्जरी आवास की उच्च मांग को भुनाना इसकी मुख्य वजह रही। रियल एस्टेट सलाहकार कुशमैन एंड...
बिजनेस डेस्कः दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट बाजार ने इस साल जनवरी-जून में 63.33 करोड़ अमेरिकी डॉलर का सर्वाधिक निजी निवेश आकर्षित किया। निवेशकों का प्रमुख कार्यालय स्थल और लग्जरी आवास की उच्च मांग को भुनाना इसकी मुख्य वजह रही। रियल एस्टेट सलाहकार कुशमैन एंड वेकफील्ड की नई पूंजी बाजार रिपोर्ट के अनुसार, इस कैलेंडर वर्ष के पहले छह महीने में दिल्ली-एनसीआर में 63.33 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश हुआ।
रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में कुल निवेश में से कार्यालय परिसंपत्तियों को 48.36 करोड़ डॉलर और आवासीय परिसंपत्तियों को 14.96 करोड़ अमरीकी डॉलर मिले। दिल्ली-एनसीआर में निवेश में उछाल मुख्य रूप से कार्यालय खंड की वजह से आया है। शहर के रिहायशी क्षेत्र में खास तौर पर हाई-एंड और लग्जरी खंड में भी दिलचस्पी बनी हुई है। इसमें कहा गया, जनवरी-जून 2024 में छह प्रमुख शहरों में रियल एस्टेट में कुल निवेश 3.9 अरब डॉलर रहा। बहु-नगरीय सौदों में करीब 1.9 अरब डॉलर का निवेश हुआ।
बेंगलुरु में 50.95 करोड़ डॉलर, हैदराबाद में 31.99 करोड़ डॉलर, चेन्नई में 23.47 करोड़ डॉलर, पुणे में 15.17 करोड़ डॉलर और मुंबई में 14.7 करोड़ डॉलर का निवेश हुआ। कुशमैन एंड वेकफील्ड के मूल्यांकन एवं परामर्श तथा पूंजी बाजार प्रबंध निदेशक सोमी थॉमस ने कहा, ‘‘2024 की पहली छमाही में 3.9 अरब अमेरिकी डॉलर का निजी इक्विटी प्रवाह, (जो पहले ही पिछले वर्ष के कुल प्रवाह का 70 प्रतिशत पार कर चुका है) भारत के रियल एस्टेट बाजार में उल्लेखनीय वृद्धि और निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है।''