Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Apr, 2025 03:12 PM
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ देशभर में गुस्सा है और इसका असर शुक्रवार को दिल्ली के व्यापारिक बाजारों में भी देखने को मिला। राजधानी के 900 से अधिकबाजारों की करीब 8 लाख दुकानें बंद रहीं, जिससे करीब 1,500 करोड़ रुपए का कारोबार ठप हो गया।
बिजनेस डेस्कः पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ देशभर में गुस्सा है और इसका असर शुक्रवार को दिल्ली के व्यापारिक बाजारों में भी देखने को मिला। राजधानी के 900 से अधिकबाजारों की करीब 8 लाख दुकानें बंद रहीं, जिससे करीब 1,500 करोड़ रुपए का कारोबार ठप हो गया।
व्यापारियों ने जताया विरोध, निकाले मौन मार्च और कैंडल मार्च
दिल्ली के विभिन्न बाजारों में व्यापारियों ने श्रद्धांजलि सभाएं, मौन मार्च और कैंडल मार्च निकालकर हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान राष्ट्रगान भी गाया गया और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट संघर्ष का संकल्प लिया गया।
पाकिस्तान से व्यापार संबंध तोड़ने की मांग
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) और दिल्ली व्यापार महासंघ समेत 100 से अधिक व्यापारी संगठनों ने व्यापार बंद का आह्वान किया था। CAIT के महामंत्री एवं सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने कहा, “अब समय आ गया है कि पाकिस्तान से सभी प्रकार के व्यापारिक संबंध समाप्त कर दिए जाएं।” उन्होंने बताया कि कैट की नेशनल गवर्निंग काउंसिल की अगली बैठक में पाकिस्तान से आयात-निर्यात बंद करने का प्रस्ताव रखा जाएगा।
प्रमुख बाजार रहे पूरी तरह बंद
दिल्ली के चांदनी चौक, कनॉट प्लेस, करोल बाग, सदर बाजार, खारी बावली, लाजपत नगर, साउथ एक्स, राजौरी गार्डन, गांधी नगर, शाहदरा, पीतमपुरा, ग्रेटर कैलाश, और विकासपुरी समेत सैकड़ों बाजारों में व्यापार पूरी तरह बंद रहा। व्यापारियों ने हाथों में तिरंगा लेकर 'भारत माता की जय' और 'आतंकवाद मुर्दाबाद' के नारे भी लगाए।
व्यापारी संगठनों का यह विरोध न केवल आतंकी हमले के खिलाफ एकजुटता का प्रदर्शन है, बल्कि यह सरकार से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग का स्पष्ट संदेश भी है।