Edited By jyoti choudhary,Updated: 02 Jan, 2025 06:28 PM
नए साल के पहले दिन सोने की कीमतों में 1,854 रुपए प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी के बावजूद मुंबई में सोने की खरीदारी में कोई कमी नहीं आई। नए साल के अवसर पर मुंबई में 400 करोड़ रुपए का सोने का कारोबार हुआ। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के...
बिजनेस डेस्कः नए साल के पहले दिन सोने की कीमतों में 1,854 रुपए प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी के बावजूद मुंबई में सोने की खरीदारी में कोई कमी नहीं आई। नए साल के अवसर पर मुंबई में 400 करोड़ रुपए का सोने का कारोबार हुआ। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, सोने की खरीदारी से नए साल का स्वागत किया गया। बुधवार को सोने का भाव 78,880 रुपए प्रति 10 ग्राम था लेकिन इसके बावजूद उपभोक्ताओं ने जमकर खरीदारी की। एसोसिएशन का अनुमान है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतों में 1000 रुपए तक की और बढ़ोतरी हो सकती है।
शादी ब्याह को लेकर खरीदारी बढ़ी
IBJA के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुमार जैन बताते हैं कि सोने के भाव बढ़ने की संभावना दिसंबर से ही लगाई जा रही थी। दिसंबर में सोने का भाव 76,162 रुपए प्रति दस ग्राम थे, तीन प्रतिशत जीएसटी लगने के बाद यह दाम 77,010 रुपए प्रति दस ग्राम हो गए, जो एक जनवरी को बढ़कर 78,880 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गए। सोने के भाव बढ़ने से ज्वेलर्स को डर था कि बिक्री प्रभावित होगी लेकिन इसके विपरीत खरीदारी बढ़ गई है। यह खरीदारी शादियों को लेकर की जा रही है। हमारेअनुमान के मुताबिक नए साल में मुंबई में लगभग 20 लाख शादियां होनी हैं।
सोने के बार और पुराने गहनों को तोड़कर नया बनवाले की मांग अधिक
जैन बताते हैं कि वे उपभोक्ता जो सोने में निवेश को लेकर खरीदारी कर रहे है उनमें सोने की बार मांग अधिक है। वर्तमान समय में 10 प्रतिशत बिक्री सोने के बार की है। शादियों के लिए लोग जडाऊ आभूषण की खरीदारी कर रहे हैं। 90 प्रतिशत खरीदारी शादी ब्याह के लिए हो रही है, जिसमें पुराने गहनों को तोड़कर नए बनाने की मांग बढ़ी है। हमारा अनुमान है कि केवल मुंबई में ही 20 लाख शादियां होनी है। इसलिए आने वाले दिनों में बिक्री बढ़ने की संभावना है। उनका कहना है प्रतिदिन सोने की कीमतों 1000 रुपए 2000 रुपए बढ़ने की आशंका है, जिसकी वजह से सोने के दाम जनवरी में ही एक लाख रुपए तक पहुंचने की संभावना है।
सोने में तेजी की मुख्य वजह
सोने में तेजी की बड़ी वजह अमेरिकी डॉलर इंडेक्स और बॉन्ड यील्ड में आई गिरावट है। यदि निवेशक डॉलर के अलावा किसी अन्य करेंसी में सोने को होल्ड करते हैं तो डॉलर में कमजोरी से इसकी कीमत बढ़ा देती है। वहीं यूएस बॉन्ड यील्ड में नरमी निवेशकों के लिए सोने में एक अवसर लागत को घटा देती है। इसके साथ ही वैश्विक स्तर पर भू-राजनीतिक समस्याएं और महंगाई को लेकर बढ़ रही चिंता तथा अमेरिका में रिकॉर्ड फिस्कल डेफिसिट को देखते हुए सोने को लेकर जानकार अभी भी बुलिश हैं।