Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Mar, 2025 06:24 PM

चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अब तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह (Net Direct Tax Collection) 13.13 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 21.26 लाख करोड़ रुपए को पार कर गया है। सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस वृद्धि में अग्रिम कर संग्रह की अहम भूमिका रही...
बिजनेस डेस्कः चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अब तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह (Net Direct Tax Collection) 13.13 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 21.26 लाख करोड़ रुपए को पार कर गया है। सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस वृद्धि में अग्रिम कर संग्रह की अहम भूमिका रही है। वर्ष के दौरान सरकार ने अग्रिम कर की चार किस्तों से 14.62 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ 10.44 लाख करोड़ रुपए जुटाए, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 9.11 लाख करोड़ रुपए था।
कॉरपोरेट और व्यक्तिगत आयकर में वृद्धि
कॉरपोरेट कर श्रेणी में अग्रिम कर संग्रह 12.54 प्रतिशत बढ़कर 7.57 लाख करोड़ रुपए हो गया, जबकि गैर-कॉरपोरेट श्रेणी में यह 20.47 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2.87 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के आंकड़ों के मुताबिक, शुद्ध गैर-कॉरपोरेट कर संग्रह (मुख्य रूप से व्यक्तिगत आयकर) 17 प्रतिशत बढ़कर 11.01 लाख करोड़ रुपए हो गया, जबकि शुद्ध कॉरपोरेट कर संग्रह सात प्रतिशत बढ़कर 9.69 लाख करोड़ रुपए दर्ज किया गया।
प्रतिभूति लेनदेन कर (STT) में बड़ी बढ़त
इस अवधि में प्रतिभूति लेनदेन कर (STT) से शुद्ध संग्रह लगभग 56 प्रतिशत बढ़कर 53,095 करोड़ रुपए हो गया। वहीं, सरकार ने 4.60 लाख करोड़ रुपए से अधिक के रिफंड जारी किए, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 3.47 लाख करोड़ रुपए था।
सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह और भविष्य का अनुमान
16 मार्च 2025 तक सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 16.15 प्रतिशत बढ़कर 25.86 लाख करोड़ रुपए हो गया। चालू वित्त वर्ष के संशोधित अनुमानों में सरकार ने आयकर संग्रह 12.57 लाख करोड़ रुपए रहने का अनुमान लगाया है, जो बजट अनुमान 11.87 लाख करोड़ रुपए से अधिक है।