Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Nov, 2024 04:45 PM
सोना खरीदते समय इसकी शुद्धता को लेकर हमेशा सवाल खड़े होते हैं। सोना सही या नहीं? कहीं ज्वेलर ने आपके साथ धोखेबाजी तो नहीं की? इसी से बचने के लिए भारत सरकार ने सोने की ज्वेलरी की हॉलमार्किंग शुरू कर दी है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक 40...
बिजनेस डेस्कः सोना खरीदते समय इसकी शुद्धता को लेकर हमेशा सवाल खड़े होते हैं। सोना सही या नहीं? कहीं ज्वेलर ने आपके साथ धोखेबाजी तो नहीं की? इसी से बचने के लिए भारत सरकार ने सोने की ज्वेलरी की हॉलमार्किंग शुरू कर दी है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक 40 करोड़ से ज्यादा सोने के आभूषणों की हॉलमार्किंग की जा चुकी है। हर दिन 4 लाख से अधिक सोने के आभूषणों को हॉलमार्क किया जा रहा है। भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा 5 नवंबर से अनिवार्य हॉलमार्किंग के चौथे चरण के तहत 18 नए शहरों में हॉलमार्किंग केंद्र स्थापित किए गए हैं। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अनुसार, इस चरण के बाद हॉलमार्किंग लागू जिलों की कुल संख्या 361 हो गई है।
हॉलमार्किंग सोने की ज्वेलरी की शुद्धता और प्रामाणिकता दिखाती है। इससे उपभोक्ताओं को उनकी रकम के मुताबिक ज्वेलरी मिल पाती है। हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन (HUID) नंबर को सभी हॉलमार्क वाली ज्वेलरी पर लगाया जाता है।
1.94 लाख रजिस्टर्ड ज्वैलर्स
अनिवार्य हॉलमार्किंग की शुरुआत के बाद से रजिस्टर्ड आभूषण विक्रेताओं की संख्या 34,647 से बढ़कर 1,94,039 हो गई है, जो पांच गुणा से अधिक की शानदार वृद्धि को दर्शाती है। मंत्रालय ने जानकारी दी कि परख और हॉलमार्किंग केंद्रों (AHC) की संख्या 945 से बढ़कर 1,622 हो गई है। हॉलमार्किंग HUID (हॉलमार्क विशिष्ट पहचान) के साथ की जाती है, जिससे बाजार में उपभोक्ताओं के लिए अधिक विश्वास और पारदर्शिता सुनिश्चित होती है।
हॉलमार्किंग को 23 जून 2021 को लागू किया गया था
BIS ने पहले अनिवार्य हॉलमार्किंग के पहले चरण को लागू किया था, जिसे 23 जून, 2021 को लॉन्च किया गया था। इस चरण में 256 जिले शामिल थे जबकि दूसरा चरण 4 अप्रैल, 2022 से शुरू हुआ, जिसमें 32 जिले और जोड़े गए। इसके बाद तीसरा चरण आया जिसे 6 सितंबर, 2023 से लागू किया गया और इसमें 55 नए जिले शामिल थे।
HUID से हर तरह की जानकारी मिल सकती है
अगर उपभोक्ता के पास सोने की वस्तु का HUID है, जिससे वह ऐप पर सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकता है। ऐप पर सोने के आभूषण से जुड़ी जानकारियां जैसे जौहरी का रजिस्ट्रेशन नंबर, AHC डिटेल (AHC मान्यता संख्या और पता, वस्तु का प्रकार जैसे अंगूठी, हार, सिक्के, आदि), हॉलमार्किंग की तिथि और धातु की शुद्धता (सोना, चांदी, आदि) पाई जा सकती हैं। मंत्रालय के अनुसार, BIS केयर ऐप उपभोक्ताओं को उत्पाद की गुणवत्ता, BIS गुणवत्ता चिह्नों के दुरुपयोग और भ्रामक विज्ञापनों के बारे में शिकायत दर्ज करने की सुविधा भी देता है।