Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Mar, 2025 03:35 PM

अगर आप यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं, तो 1 अप्रैल से पहले अपना बैंक से लिंक्ड मोबाइल नंबर जरूर अपडेट कर लें। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने नए नियम लागू किए हैं जिसके तहत इनएक्टिव या बदले हुए मोबाइल नंबरों से यूपीआई ट्रांजैक्शन संभव नहीं...
बिजनेस डेस्कः अगर आप यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं, तो 1 अप्रैल से पहले अपना बैंक से लिंक्ड मोबाइल नंबर जरूर अपडेट कर लें। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने नए नियम लागू किए हैं जिसके तहत इनएक्टिव या बदले हुए मोबाइल नंबरों से यूपीआई ट्रांजैक्शन संभव नहीं होगा। फर्जीवाड़े को रोकने के लिए बैंक और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स (PSP) को 31 मार्च तक अपने डेटाबेस को अपडेट करने का निर्देश दिया गया है। इसके तहत वे उन मोबाइल नंबरों को हटाएंगे जो लंबे समय से इनएक्टिव हैं या बदले गए हैं।
NPCI ने इस प्रक्रिया के लिए डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (DIP) पर उपलब्ध मोबाइल नंबर रिवोकेशन लिस्ट (MNRL) का उपयोग करने का निर्देश दिया है। इसके बाद जो नंबर इनएक्टिव होंगे, उनसे जुड़ा यूपीआई अकाउंट अपने आप निष्क्रिय हो जाएगा।
अगर आप चाहते हैं कि आपका यूपीआई बिना किसी रुकावट के काम करता रहे, तो 31 मार्च से पहले अपना बैंक-लिंक्ड मोबाइल नंबर अपडेट या री-एक्टिवेट करवा लें।
अब हर हफ्ते अपडेट होगा मोबाइल नंबर रिकॉर्ड
यूपीआई फ्रॉड रोकने के लिए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने नया निर्देश जारी किया है। इसके तहत बैंकों और गूगल पे, फोनपे जैसे यूपीआई ऐप को सप्ताह में कम से कम एक बार मोबाइल नंबर रिकॉर्ड अपडेट करना अनिवार्य होगा।
NPCI ने यूपीआई सर्विस देने वाली कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे संदिग्ध नंबरों की पहचान और उन्हें हटाने के लिए मोबाइल नंबर रिवोकेशन लिस्ट (MNRL) और डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (DIP) का उपयोग करें।
किसका UPI बंद हो सकता है?
- अगर मोबाइल नंबर बदल गया है और बैंक के साथ अपडेट नहीं है, तो ऐसे यूजर्स यूपीआई का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
- जिन लोगों ने अपने नंबर को बैंक में अपडेट किए बिना निष्क्रिय कर दिया है। वे यूपीआई का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
- जिन निष्क्रिय मोबाइल नंबरों का उपयोग कॉल, एसएमएस आदि जैसी सेवाओं के लिए नहीं किया गया है, उन्हें UPI नेटवर्क से हटा दिया जाएगा।