Edited By jyoti choudhary,Updated: 31 Mar, 2025 11:39 AM

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के किसानों के लिए नई चुनौती बनते जा रहे हैं। अमेरिका चाहता है कि भारत उसके किसानों से मक्का, गेहूं, कपास और मकई खरीदे लेकिन भारत ने अपने किसानों के हितों की रक्षा के लिए इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
बिजनेस डेस्कः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के किसानों के लिए नई चुनौती बनते जा रहे हैं। अमेरिका चाहता है कि भारत उसके किसानों से मक्का, गेहूं, कपास और मकई खरीदे लेकिन भारत ने अपने किसानों के हितों की रक्षा के लिए इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
हाल ही में अमेरिका के वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने भारत की कृषि व्यापार नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि भारत को अपना एग्रीकल्चर मार्केट अमेरिका के लिए खोल देना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि भारत कुछ मात्रा में अमेरिकी कृषि उत्पादों का आयात कर सकता है लेकिन पूरी तरह से इनकार करना सही नहीं है।
अमेरिका की समस्या क्या है?
- अमेरिका अपने किसानों को 100% तक सब्सिडी देता है, जिससे वहां के किसान सस्ते में अनाज उगा सकते हैं।
- भारत अमेरिका को चावल, झींगे, शहद, वनस्पति अर्क, अरंडी का तेल और काली मिर्च बेचता है, जबकि अमेरिका से भारत बादाम, अखरोट, पिस्ता, सेब और मसूर की दाल खरीदता है।
- इस व्यापार असंतुलन (Trade Deficit) के कारण अमेरिका को हर साल भारत को $45 बिलियन का भुगतान करना पड़ता है।
- अमेरिका चाहता है कि भारत ज्यादा कृषि उत्पाद खरीदे, ताकि उसका व्यापार घाटा कम हो सके।
भारत को अमेरिकी मक्का खरीदने से क्या नुकसान होगा?
- अगर भारत ने अमेरिकी कृषि उत्पादों का आयात बढ़ाया, तो सस्ते अमेरिकी अनाज के कारण भारतीय किसानों को भारी नुकसान होगा।
- अमेरिका के सस्ते उत्पाद भारतीय बाजार में हावी हो जाएंगे।
- भारतीय किसानों को उचित मूल्य नहीं मिलेगा, जिससे वे कर्ज में डूब सकते हैं और खेती छोड़ने को मजबूर हो सकते हैं।
- खाद्य सुरक्षा पर भी खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि भारत का कृषि क्षेत्र छोटे किसानों पर निर्भर है।
भारत की रणनीति क्या होनी चाहिए?
- भारत को अपने किसानों के हितों की रक्षा के लिए ठोस रणनीति अपनानी होगी।
- कृषि उत्पादों पर उच्च टैरिफ जारी रखना ताकि सस्ते अमेरिकी उत्पाद भारतीय बाजार में न आ सकें।
- भारतीय कृषि को मजबूत बनाना, निवेश और आधुनिक तकनीक के जरिए उत्पादकता बढ़ाना।
- किसानों को सीधी सब्सिडी और वित्तीय सहायता देना, ताकि वे वैश्विक प्रतिस्पर्धा का सामना कर सकें।
- अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता में मजबूती से अपनी शर्तें रखना, ताकि भारतीय किसानों को कोई नुकसान न हो।
ट्रंप दबाव बना सकते हैं?
डोनाल्ड ट्रंप अपने 'अमेरिका फर्स्ट' एजेंडे के तहत हर सौदे में अमेरिका का फायदा देखना चाहते हैं। वे व्यापारिक दबाव, टैरिफ बढ़ाने, व्यापार समझौतों में बदलाव या कूटनीतिक दांव-पेंच अपना सकते हैं लेकिन भारत को अपने किसानों की आजीविका और खाद्य सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करना चाहिए।