Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Nov, 2024 04:18 PM
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला आज भी जारी रहा। गुरुवार (14 नवंबर) को सेंसेक्स 110 अंक टूटकर 77,580 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 26 अंक फिसलकर 23,532 के लेवल पर बंद हुआ। कल बुधवार को सेंसेक्स 984 अंक यानी 1.25% टूटकर 77,691 पर बंद हुआ। वहीं...
बिजनेस डेस्कः भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला आज भी जारी रहा। गुरुवार (14 नवंबर) को सेंसेक्स 110 अंक टूटकर 77,580 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 26 अंक फिसलकर 23,532 के लेवल पर बंद हुआ। कल बुधवार को सेंसेक्स 984 अंक यानी 1.25% टूटकर 77,691 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 352 अंक यानी 1.36% फिसलकर 23,559 के लेवल पर बंद हुआ। सबसे अधिक 3% की गिरावट माइक्रोकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में आई। मिडकैप इंडेक्स 2.5% फिसलकर बंद हुआ। इससे बुधवार को निवेशकों के 8 लाख करोड़ रुपए साफ हो गए। 26 सितंबर के हाई से अब तक निवेशकों के ₹47.5 लाख करोड़ डूब गए।
निफ्टी के 17 प्रमुख सेक्टर इंडेक्स में से 11 इस समय 'करेक्शन' मोड में हैं। एनर्जी, ऑटो, पीएसयू, ऑयल, कंजम्पशन व एफएमसीजी सेक्टरों ने ज्यादा नुकसान झेला है। इंडेक्स में निफ्टी 50, निफ्टी 500, मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स भी करेक्शन मोड में आ गया है और सितंबर 2024 के हाई से 10% से अधिक गिर चुका है।
गिरावट के बड़े कारण
महंगाई बढ़ीः अक्टूबर में महंगाई दर 6.21% पर पहुंच गई जो 14 महीने में सबसे अधिक है। इससे दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों को झटका लगा।
मजबूत डॉलरः 10 वर्षीय बॉन्ड अमरीकी बॉन्ड के यील्ड में उछाल और डॉलर के चार महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचने से विदेशी निवेशकों की बिकवाली को और बढ़ावा मिला।
खराब नतीजे: कंपनियों के सितंबर तिमाही के नतीजे उम्मीद के अनुरूप नहीं रहे।
विदेशी बिकवाली: भारत से विदेशी निवेशक लगातार पैसा निकलकर चीन के शेयर बाजार में लगा रहे हैं। 27 सितंबर से अब तक भारत से 1.51 लाख करोड़ निकाले।