Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Jan, 2024 01:19 PM
भारतीय शेयर बाजार बुधवार (17 जनवरी) को भारी गिरावट के साथ खुले। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 1,371.23 अंक गिरकर 71,757.54 अंक पर आ गया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 395.35 अंक टूटकर 21,636.95 पर कारोबार कर रहा था।...
बिजनेस डेस्कः भारतीय शेयर बाजार बुधवार (17 जनवरी) को भारी गिरावट के साथ खुले। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 1,371.23 अंक गिरकर 71,757.54 अंक पर आ गया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 395.35 अंक टूटकर 21,636.95 पर कारोबार कर रहा था। सेंसेक्स की कंपनियों में HDFC बैंक के दिसंबर तिमाही के नतीजों के बाद उसके शेयर में 6 प्रतिशत की गिरावट आई। इससे बैंकिंग शेयर आज दवाब में कारोबार कर रहे हैं। इसके अलावा भी बाजार में आज की गिरावट के पीछे कई कारण रहे। आइए एक-एक इन्हें जानते हैं।
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HDFC बैंक जैसे बड़े शेयरों में गिरावट
शेयर बाजार में आज की गिरावट का सबसे प्रमुख कारण HDFC बैंक है। सेंसेक्स और निफ्टी में इस शेयर का भारी वेटेज है। बुधवार को HDFC बैंक के शेयर 6 फीसदी की गिरावट के साथ खुले। बैंक का दिसंबर तिमाही शुद्ध मुनाफा और नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) लगभग बाजार के अनुमानों के मुताबिक रहा लेकिन तिमाही आधार पर सपाट मार्जिन ने निवेशकों को निराश किया। सपाट मार्जिन से यह संदेश गया कि अतिरिक्त कैपिटल का बैंक को फायदा होता नहीं दिख रहा है।
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ब्याज दरों में देरी से कटौती की उम्मीद
बाजार में गिरावट की दूसरी बड़ी वजह, ब्याज दरों में तेज कटौती की उम्मीद का धूमिल होना है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया कि वह ब्याज दरों को पहले लगाई जा रही उम्मीद से धीमी गति से कम कर सकता है। इससे मार्केट सेंटीमेंट कमजोर हुआ है। फेड गवर्नर क्रिस्टोफर वालर ने कहा कि केंद्रीय बैंक इस साल दरों में कटौती करेगा, लेकिन इस प्रक्रिया में समय लग सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में महंगाई दर अभी केंद्रीय बैंक की ओर से तय किए 2 प्रतिशत लक्ष्य से 'काफी दूरी' पर है।
महंगे वैल्यूएशन के चलते मुनाफावसूली
हालिया तेजी के निवेशकों की ओर मुनाफावसूली भी बाजार में गिरावट का एक अहम कारण रहा। हालांकि एनालिस्ट्स का कहना है कि वैल्यूएशन के लिहाल से यह गिरावट अच्छा है और उन्होंने निवेशकों को हर गिरावट को खरीदारी के मौके के रूप में देखने की सलाह दी। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट, वीके विजयकुमार ने कहा, 'भले ही इकोनॉमी अच्छा कर रही है और कॉरपोरेट की अर्निंग्स भी अच्छी है लेकिन कीमतों में पहले ही इनका असर शामिल हो चुका है। ऐसे में ऊंचे वैल्यूशन के बाद एक गिरावट की जरूरत है।'
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कमजोर ग्लोबल संकेत
बुधवार को ग्लोबल संकेत भी कमजोर रहे। बॉन्ड यील्ड बढ़ने से अमेरिकी शेयर बाजार सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में थे। हालांकि जापान का निक्की इंडेक्स लाभ में कारोबार कर रहा था।