Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Jun, 2022 04:55 PM
जमीन-जायदाद के विकास से जुड़ी इमामी रियल्टी लिमिटेड ने आर्थिक चुनौतियों के बावजूद रियल एस्टेट मांग मजबूत रहने का अनुमान लगाया है। इसके साथ कंपनी को चालू वित्त वर्ष (2022-23) के दौरान बिक्री 50 प्रतिशत उछल पर 750 करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है।
कोलकाताः जमीन-जायदाद के विकास से जुड़ी इमामी रियल्टी लिमिटेड ने आर्थिक चुनौतियों के बावजूद रियल एस्टेट मांग मजबूत रहने का अनुमान लगाया है। इसके साथ कंपनी को चालू वित्त वर्ष (2022-23) के दौरान बिक्री 50 प्रतिशत उछल पर 750 करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को कहा कि समूह ने अगले वित्त वर्ष यानी 2023-24 तक अपने दीर्घकालिक ऋण को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है, जो 118 करोड़ रुपए है।
कंपनी नई परियोजनाओं के लिए संसाधन का लाभ उठाएगी और अगले कुछ वर्षों में इसके एक हिस्से को बाजार पर चढ़ाने की संभावनाएं टटोलेगी। इसके पास देश के करीब आठ शहरों में लगभग 2,500 एकड़ जमीन है। अधिकारी ने कहा, "आर्थिक चुनौतियां, उच्च जिंस कीमतों और अन्य संबद्ध लागतों ने हमें लगभग 20 प्रतिशत तक प्रभावित किया है। इन सबके बावजूद, मजबूत मांग जारी रहेगी, जिससे चुनौतियों से उबरने में मदद मिलेगी।"
इमामी रियल्टी के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नितेश कुमार ने फोन पर कहा, "हमें चालू वित्त वर्ष में एकल आधार पर परिचालन से 750 करोड़ रुपए की कमाई की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2021-22 में लगभग 500 करोड़ रुपए की बिक्री हुई थी।" कंपनी का इस वित्त वर्ष के दौरान संयुक्त उद्यम सहित परियोजनाओं से कुल राजस्व 1,180 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। इमामी रियल्टी का संयुक्त रूप से आय 2021-22 में 950 करोड़ रुपए रही थी। उन्होंने कहा कि रियल एस्टेट नियमन की शुरुआत के बाद घर खरीदार संगठित रियल एस्टेट कंपनियों की ओर रुख कर रहे हैं। इस तरह की प्रवृत्ति से इन कंपनियों को मजबूत बिक्री बनाए रखने में मदद मिलती है। चालू वित्त वर्ष के दौरान कंपनी की 1,000 करोड़ रुपए की नई परियोजनाएं शुरू करने की भी योजना है। पिछले साल इमामी ने 700 करोड़ रुपए की परियोजनाएं शुरू की थी।