Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 Mar, 2019 04:27 PM
एस्सार ऑयल एंड गैस एक्सप्लोरेशन एंड प्रोडक्शन (ईओजीईपीएल) को पश्चिम बंगाल के रानीगंज ब्लाक में शेल गैस भंडार की खोज करने के लिए पर्यावरण मंजूरी मिल गई है। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
नई दिल्लीः एस्सार ऑयल एंड गैस एक्सप्लोरेशन एंड प्रोडक्शन (ईओजीईपीएल) को पश्चिम बंगाल के रानीगंज ब्लाक में शेल गैस भंडार की खोज करने के लिए पर्यावरण मंजूरी मिल गई है। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। सरकार ने कंपनियों को आवंटित क्षेत्र में कंपनियों को पारंपरिक तेल एवं प्राकृतिक गैस से इतर कोल-बेड मिथेन (सीबीएम) तथा शेल गैस जैसे गैर-पारंपरिक स्रोतों की भी खोज करने की मंजूरी देने का फैसला किया है। एस्सार को यह मंजूरी सरकार के इसी फैसले के आलोक में मिली है।
अभी तक कंपनियां ब्लॉक के लिए प्राप्त अपने लाइसेंस के आधार पर सिर्फ तेल एवं प्राकृतिक गैस अथवा सीबीएम की ही खोज कर सकती थी। अधिकारी ने कहा कि विशेषज्ञ मूल्यांकन समिति ने 29 जनवरी को हुई बैठक में एस्सार को रानीगंज सीबीएम खंड में शेल गैस की खोज के लिए 20 कुएं खोदने की मंजूरी दे दी थी।
कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी विलास तावड़े ने इस बारे में संपर्क किए जाने पर कहा, ‘‘हम जानकारियां जुटाने के साथ इसकी शुरुआत करेंगे। इसके लिए हमें कोयले की खुदाई करनी होगी और उपयुक्त स्थान की पहचान करनी होगी। इसके बाद हम करीब एक किलोमीटर क्षेत्र को ड्रिल करेंगे। इसके बाद हम कोयला, शेल, शेल की ताकत तथा आवश्यक मात्रा का आकलन करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि यह खोज सफल हुई तो हमारी योजना करीब 220-250 कुएं खोदने की है जिसके लिए सात हजार करोड़ रुपए निवेश की जरूरत होगी।’’
एस्सार आयल एण्ड गैस एक्सप्लोरेशन ने रानीगंज ब्लाक में 4,000 करोड़ रुपए तक निवेश किए हैं। इससे कोयला खदानों से अगले दो साल के दौरान 17 लाख मानक घन मीटर प्रति दिन गैस का उत्पादन हो सकेगा। उसके बाद तीन से चार साल के दौरान इस उत्पादन को 25 लाख मानक घनमीटर प्रतिदिन तक बढ़ाया जा सकेगा।