Edited By jyoti choudhary,Updated: 27 Jan, 2025 01:04 PM
अगर आप आज सोमवार (27 जनवरी) को गोल्ड खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो आपके लिए यह अच्छा मौका साबित हो सकता है। आज सोना-चांदी दोनों के भाव में गिरावट दर्ज की गई है। खबर लिखे जाने के समय MCX पर सोने का भाव 0.38 फीसदी गिर चुका है जबकि चांदी में 1.10...
बिजनेस डेस्कः अगर आप आज सोमवार (27 जनवरी) को गोल्ड खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो आपके लिए यह अच्छा मौका साबित हो सकता है। आज सोना-चांदी दोनों के भाव में गिरावट दर्ज की गई है। खबर लिखे जाने के समय MCX पर सोने का भाव 0.38 फीसदी गिर चुका है जबकि चांदी में 1.10 फीसदी की गिरावट आई है। सोना 79,719 रुपए प्रति 10 ग्राम जबकि चांदी 90,591 रुपए प्रति किलोग्राम पर कारोबार रही है।
आपको बता दें कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को बजट पेश करेंगी। माना जा रहा है कि इसके बाद सोने की कीमतों तेजी आ सकती है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि सरकार एक फरवरी को पेश होने वाले बजट में सोने पर कस्टम ड्यूटी बढ़ा सकती है। अगर ऐसा होता है तो सोने का आयात महंगा हो जाएगा। इससे सोने की कीमत और बढ़ जाएगी। बता दें कि पिछले साले कस्टम ड्यूटी को 15 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दिया गया था। इसके बाद सोने की कीमत में काफी गिरावट आ गई थी।
WGC ने की आयात शुल्क न बढ़ाने की अपील की
इस बीच वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) ने सरकार से सोने पर आयात शुल्क न बढ़ाने की अपील की है। काउंसिल का कहना है कि पिछले साल जुलाई में सोने पर आयात शुल्क घटाने से उद्योग को काफी सकारात्मक असर हुआ है। अगर सोने पर आयात शुल्क बढ़ाया जाता है, तो इसका विपरीत प्रभाव पड़ सकता है और इससे सोने की कीमतों में उछाल आ सकता है, जो ग्राहकों और उद्योग दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
मिला है काफी फायदा
WGC में भारत के क्षेत्रीय सीईओ सचिन जैन ने कहा कि बजट 2025 में आयात शुल्क में किसी भी तरह की वृद्धि का प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, जिससे संभावित रूप से तस्करी में वृद्धि हो सकती है, घरेलू सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं और इंडस्ट्री को पीछे की ओर धकेला जा सकता है। उन्होंने कहा कि जुलाई में इम्पोर्ट ड्यूटी में कटौती से इंडस्ट्री को काफी फायदा मिला था, उस फायदे को बनाए रखने के लिए बजट में आयात शुल्क में बढ़ोतरी नहीं की जानी चाहिए।
सभी का सहयोग जरूरी
सचिन जैन ने आगे कहा कि यह जरूरी है कि सरकार, उद्योग जगत और वित्तीय संस्थानों सहित सभी हितधारक इस सकारात्मक गति को बनाए रखने के लिए सहयोग करें। एक तालमेलपूर्ण माहौल को बढ़ावा देकर, हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि गोल्ड इंडस्ट्री लगातार फलती-फूलती रहे, इनोवेशन करती रहे और भारत के आर्थिक विकास और समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देती रही।
गैरकानूनी आयात में कमी
WGC का दावा है कि जुलाई 2024 में लिए गए फैसले से गैर कानूनी रूप से होने वाले सोने के आयात में कमी आई है। इस दौरान, आधिकारिक चैनलों को स्थिर किया गया है और सोने की घरेलू खरीद को बढ़ावा मिला है। सोने पर करों में कमी से उद्योग अधिक संगठित और पारदर्शी हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप मार्केट में मजबूती आई है।