Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Jan, 2025 01:06 PM
रुपए की गिरावट अब केवल सरकार के लिए ही नहीं, बल्कि आम आदमी के लिए भी चिंता का विषय बन चुकी है। भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.31 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच चुका है, जिससे देश की आर्थिक स्थिति पर दबाव बढ़ रहा है। इस गिरावट से न केवल...
बिजनेस डेस्कः रुपए की गिरावट अब केवल सरकार के लिए ही नहीं, बल्कि आम आदमी के लिए भी चिंता का विषय बन चुकी है। भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.31 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच चुका है, जिससे देश की आर्थिक स्थिति पर दबाव बढ़ रहा है। इस गिरावट से न केवल सरकार की टेंशन बढ़ेगी, बल्कि आम आदमी को भी महंगाई का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि इम्पोर्ट महंगा हो जाएगा। इस स्थिति को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) किसी भी समय कदम उठा सकता है। आइए जानते हैं कि इस गिरावट का असर आपकी जेब पर कैसे पड़ेगा।
आम आदमी के लिए ये चीजें हो सकती है महंगी
पेट्रोल-डीजलः भारत अपनी जरुरत का 80 फीसदी से ज्यादा कच्चा तेल विदेशी बाजारों से खरीदता है। रुपए में गिरावट से पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स का आयात महंगा हो जाएगा। रुपए की कमजोरी से इंपोर्ट महंगा होने से पेट्रोल (Petrol Price) और डीजल की कीमत (Diesel Price) बढ़ने का खतरा है, जिससे महंगाई में इजाफा हो सकता है। डीजल के दाम बढ़ने से माल ढुलाई बढ़ जाएगी, जिसके चलते महंगाई में तेजी आ सकती है।
दालें और खाने का तेल भी बढ़ाएगा टेंशनः आपको बता दें कि भारत बड़े पैमाने पर खाद्य तेलों और दालों का भी आयात करता है। रुपए के कमजोर होने से घरेलू बाजार में खाद्य तेलों और दालों की कीमतें बढ़ सकती हैं। पेट्रोल और डीजल के अलावा देश में जरूरी सामानों की कीमत भी बढ़ सकती है। दालें और खाने का तेल (Edible Oil Price) महंगा हो सकता है।
एजुकेशन भी हो सकती है महंगीः रुपए की गिरावट से विदेशी शिक्षा महंगी हो सकती है क्योंकि हर डॉलर के लिए ज्यादा रुपए चुकाने पड़ेंगे। इसका असर हजारों भारतीय छात्रों और उनके स्पॉन्सर्स पर पड़ेगा, जो विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं।
...लेकिन विदेश घूमना पड़ेगा सस्ताः वहीं रुपए की गिरावट से विदेशी टूरिज्म सस्ता हो सकता है, जिससे यात्रा करने वालों को फायदा मिलेगा। साथ ही, भारतीय निर्यातकों को भी ज्यादा मुनाफा होगा क्योंकि उनके उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धी हो जाएंगे।