Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jul, 2017 07:02 PM
मशहूर माल्या का कुनिगल स्टड फार्म बंद होने की कगार पर है। एक समय दुनियाभर में घोड़ों की रेस के लिए फेमस रहा कुनिगल स्टड फार्म जल्द ही इतिहास बन सकता
नई दिल्लीः मशहूर माल्या का कुनिगल स्टड फार्म बंद होने की कगार पर है। एक समय दुनियाभर में घोड़ों की रेस के लिए फेमस रहा कुनिगल स्टड फार्म जल्द ही इतिहास बन सकता है। इस फार्म के घोड़ों की नस्ल थॉरोब्रेड है जो रेस के लिए बेहतरीन मानी जाती है। फार्म बंद होने से इसमें काम करने वाले 200 परिवारों से उनकी दो वक्त की रोटी भी छिन सकती है।
पिछले दो सालों से कुनिगल स्टड फार्म में काम करने वाले कर्मचारियों को आधी सैलरी मिल रही है और काम के घंटे लगभग दोगुने हो चुके हैं। इसके बाद से ही कर्मचारियों और फार्म मैनेजमेंट के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। मैनेजमेंट का कहना है कि फार्म से उन्हें कोई प्रॉफिट नहीं हो रहा है। माल्या ने यह फार्म केवल फैशन के लिए ले रखा था।
क्या है इस फार्म में खास
कुनिगल में करीब 430 एकड़ की जमीन पर फैले इस फार्म में खालिस नस्ल के 275 घोड़े हैं। इन घोड़ों को रेस के लिए सबसे बेहतरीन माना जाता है। यही नहीं घोड़ों की यह दुर्लभ नस्ल है। 1970 के दशक में किम्बरली नाम के एक घोड़े ने किम्बरली वर्ल्ड कप जीत इतिहास रच दिया था इसके बाद से कुनिगल फार्म दुनियाभर में फेमस हो गया। इसके बाद कुनिगल के घोड़ों की मांग मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद तक ही सीमित नहीं रही बल्कि सिंगापुर, आयरलैंड, मलेशिया के रेस कोर्स तक में होने लगी। इस फार्म में घोड़ों की नस्ल को देखते हुए खास तरह की घास उगाई जाती है।