Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 Nov, 2024 01:22 PM
भारत में Fixed Deposit (FD) कई व्यक्तियों की वित्तीय योजना का अहम हिस्सा बने हुए हैं, जो स्थिर और अनुमानित रिटर्न प्रदान करते हैं। वित्तीय बाजारों के उतार-चढ़ाव के बावजूद, एफडी भारत में एक लोकप्रिय निवेश विकल्प के रूप में बनी हुई है, खासकर उन
बिजनेस डेस्कः भारत में Fixed Deposit (FD) कई व्यक्तियों की वित्तीय योजना का अहम हिस्सा बने हुए हैं, जो स्थिर और अनुमानित रिटर्न प्रदान करते हैं। वित्तीय बाजारों के उतार-चढ़ाव के बावजूद, एफडी भारत में एक लोकप्रिय निवेश विकल्प के रूप में बनी हुई है, खासकर उन निवेशकों के लिए जो स्थिरता और विश्वसनीय रिटर्न को प्राथमिकता देते हैं। चाहे आप शॉर्ट-टर्म या लॉन्ग-टर्म निवेश की योजना बना रहे हों, कई बैंक और वित्तीय संस्थान आकर्षक ब्याज दरों के साथ एफडी की पेशकश कर रहे हैं।
स्मॉल फाइनेंस बैंकों की उच्च ब्याज दरें
वर्तमान में स्मॉल फाइनेंस बैंकों द्वारा प्रदान की जा रही ब्याज दरें अधिक आकर्षक हैं, जो इन बैंकों में एफडी करने के लिए निवेशकों को प्रोत्साहित कर रही हैं।
कुछ प्रमुख स्मॉल फाइनेंस बैंकों द्वारा दी जा रही ब्याज दरें इस प्रकार हैं:
- नॉर्थ ईस्ट स्मॉल फाइनेंस बैंक: 3 करोड़ रुपए से कम की राशि के लिए 9% ब्याज दर।
- सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक: 8.6% ब्याज दर।
- उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक: 8.5% ब्याज दर।
- जन स्मॉल फाइनेंस बैंक: तीन साल की अवधि के लिए 8.25% ब्याज दर।
- यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक: 8.15% ब्याज दर।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की ब्याज दरें
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) सामान्य नागरिकों के लिए 5.30% से 5.40% ब्याज दर प्रदान करता है, जबकि सीनियर सिटीजन्स को 5.80% से 6.20% ब्याज मिलता है।
FD के फायदे और समझ
फिक्स्ड डिपॉजिट एक सुरक्षित निवेश विकल्प है, जिसमें निवेशक एक निर्धारित अवधि के लिए एक तय ब्याज दर पर अपनी राशि जमा करते हैं। अगर निवेशक सीनियर सिटीजन होते हैं, तो उन्हें उच्च ब्याज दर की पेशकश की जाती है। इस स्कीम के तहत निवेशकों को एकमुश्त राशि जमा करने की आवश्यकता होती है और यह राशि एक निश्चित अवधि के लिए जमा रहती है। ब्याज की दर संस्थान के आधार पर अलग-अलग होती है, जैसे सरकारी, गैर-सरकारी बैंक और पोस्ट ऑफिस। एफडी के तहत अधिकतम 10 वर्षों तक निवेश किया जा सकता है।