Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Feb, 2025 12:06 PM
![fear of trade war and fii withdrawals cause market slowdown](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_12_05_547431040market-ll.jpg)
भारतीय शेयर बाजार में लगातार आठवें दिन गिरावट से निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। वैश्विक अनिश्चितताओं, विदेशी निवेशकों की पूंजी निकासी और कमजोर तिमाही नतीजों के चलते बाजार पर दबाव बना हुआ है। इस गिरावट से निवेशकों के 25.31 लाख करोड़ रुपए स्वाहा हो चुके...
बिजनेस डेस्कः भारतीय शेयर बाजार में लगातार आठवें दिन गिरावट से निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। वैश्विक अनिश्चितताओं, विदेशी निवेशकों की पूंजी निकासी और कमजोर तिमाही नतीजों के चलते बाजार पर दबाव बना हुआ है। इस गिरावट से निवेशकों के 25.31 लाख करोड़ रुपए स्वाहा हो चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ नीतियों और वैश्विक ट्रेड वॉर की आशंका से बाजार की स्थिति और कमजोर हो गई है। बीएसई सेंसेक्स 3.36% यानी 2644.6 अंक गिर चुका है, जबकि एनएसई निफ्टी 3.41% यानी 810 अंक नीचे आ गया है। विशेषज्ञों की राय बाजार के भविष्य को लेकर अब भी मिले-जुले संकेत दे रही है।
अब आगे क्या होगा?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'कमजोर तिमाही नतीजों, रुपए में गिरावट और टैरिफ जैसे बाहरी फैक्टर्स से निकट भविष्य में बाजार धारणा कमजोर रहने का अनुमान है। एफआईआई की निकासी जारी रहने से गिरावट बढ़ सकती है।' नायर के अनुसार, जब तक टैरिफ पर स्पष्टता नहीं आ जाती है और कंपनियों की आय में सुधार नहीं होती है तब तक अस्थिरता बनी रहने का अनुमान है।
एंजल वन के सीनियर एनालिस्ट ओशो कृष्णन ने कहा कि भारतीय शेयर बाजारों में आई जोरदार गिरावट ने पिछले दो हफ्तों की तेजी को पूरी तरह से फीका कर दिया है। इस हफ्ते लगातार आठ सत्रों में हुई बिकवाली से निवेशकों में चिंता है।
इसके उलट सैमको सिक्योरिटी के रिसर्च एनालिस्ट सिद्धेश मेहता ने अगले हफ्ते बाजार में तेजी आने पर दांव लगाया है। उनके अनुसार, निफ्टी में अगले हफ्ते उछाल आने की 88 फीसदी संभावना है। यह अनुमान पिछले बाजार के प्रदर्शन पर आधारित है। ऐसा बहुत कम बार हुआ है जब बाजार में लगातार 8-9 दिनों तक गिरावट देखी गई हो। ऐतिहासिक रूप से लंबी गिरावट के बाद बाजार अगले हफ्तों में रिकवर करता है। एक हफ्ते के बाद औसतन 1.6 फीसदी का रिटर्न मिलता है, जो छोटी अवधि के लिए तेजी का संकेत देता है।
स्माल और मिडकैप कंपनियों को ज्यादा मार
बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में 3.24 फीसदी और मिडकैप इंडेक्स में 2.59 फीसदी की गिरावट आई। बीएसई के क्षेत्रवार सूचकांकों की बात करें तो सर्विस में 3.16 फीसदी, इंडस्ट्रियल में 3.03 फीसदी, कैपिटल गुड्स में 2.76 फीसदी, इलेक्ट्रिसिटी में 2.65 फीसदी, यूटिलिटी में 2.52 फीसदी, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं में 2.39 फीसदी गिरावट देखने को मिली। इसी तरह जिंस में 2.25 फीसदी और रियल्टी में 2.03 फीसदी की नरमी आई। इस दौरान सिर्फ आईटी क्षेत्र फायदे में रहा।