Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 Jul, 2024 06:31 PM
देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) पहली बार 670 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है, जो एक ऐतिहासिक उच्चतम स्तर है। रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़े के अनुसार, 19 जुलाई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार चार अरब...
बिजनेस डेस्कः देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) पहली बार 670 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है, जो एक ऐतिहासिक उच्चतम स्तर है। रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़े के अनुसार, 19 जुलाई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार चार अरब डॉलर उछलकर 670.86 अरब डॉलर पर पहुंच गया। तीन सप्ताह में इसमें 18 अरब डॉलर से ज्यादा की वृद्धि हुई है। इससे पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 9.70 अरब डॉलर बढ़कर 666.85 अरब डॉलर पर पहुंचा था।
स्वर्ण भंडार 1.33 अरब डॉलर बढ़ा
विदेश मुद्रा भंडार के सबसे बड़े घटक फॉरेन करेंसी एसेट्स में 2.58 अरब डॉलर की वृद्धि हुई और यह 588.05 अरब डॉलर पर रहा। स्वर्ण भंडार (Gold reserves) बढ़ाने की रिजर्व बैंक की जारी कोशिशों के चलते देश का स्वर्ण भंडार 1.33 अरब डॉलर बढ़कर 59.99 अरब डॉलर पर पहुंच गया। विशेष आहरण अधिकार (SDR) 9.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.21 अरब डॉलर हो गया, जबकि आईएमएफ के पास आरक्षित निधि 4.61 अरब डॉलर पर स्थिर रही।
इससे पहले, 12 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में 9.7 अरब डॉलर की जबरदस्त वृद्धि हुई थी और 5 जुलाई को समाप्त सप्ताह में यह 5.16 अरब डॉलर बढ़ा था। इस प्रकार, तीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में कुल 18.86 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है।
विदेशी मुद्रा भंडार किसी देश की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। आरबीआई के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा होने से जरूरत पड़ने पर वह रुपये का समर्थन दे सकता है और साथ ही विदेशी कर्ज की किस्तों और बढ़ते आयात का भुगतान करना भी आसान होता है।