Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Oct, 2024 12:09 PM
शेयर बाजार में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में आई सुनामी ने निवेशकों को बड़ा झटका दिया है। इस गिरावट के कारण निवेशकों को करीब 10 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। सुबह बाजार तेजी के साथ खुला था लेकिन विदेशी निवेशकों की तेज बिकवाली के कारण मिडकैप और...
बिजनेस डेस्कः शेयर बाजार में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में आई सुनामी ने निवेशकों को बड़ा झटका दिया है। इस गिरावट के कारण निवेशकों को करीब 10 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। सुबह बाजार तेजी के साथ खुला था लेकिन विदेशी निवेशकों की तेज बिकवाली के कारण मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भारी गिरावट देखी गई। निफ्टी के मिडकैप इंडेक्स में 1600 अंकों और स्मॉलकैप इंडेक्स में 650 अंकों की कमी आई है। इस समय बीएसई सेंसेक्स 225 अंकों और निफ्टी 106 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है।
विदेशी निवेशकों का प्रभाव
सोमवार 7 अक्टूबर को भारतीय शेयर बाजार शानदार ग्लोबल संकेतों के साथ तेजी से खुला था, विशेषकर आईटी और बैंकिंग सेक्टर में खरीदारी के चलते। लेकिन एक घंटे बाद बाजार में बिकवाली का दौर शुरू हो गया, जिसका सबसे अधिक प्रभाव मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स पर पड़ा। निफ्टी के मिडकैप इंडेक्स में दिन के उच्चतम स्तर से 2000 और स्मॉलकैप इंडेक्स में 800 अंकों की गिरावट आई।
निवेशकों के 10.50 लाख करोड़ हवा में
शेयर बाजार में मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में भारी गिरावट के चलते मार्केट कैपिटलाइजेश में तेज गिरावट देखने को मिली है। बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप 10.54 लाख करोड़ रुपए घटकर 450.35 लाख करोड़ रुपए पर आ गया है जो पिछले कारोबार सत्र में 460.89 लाख करोड़ रुपए रहा था। यानि आज के ट्रेड में निवेशकों को 10.53 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
भारतीय बाजार की गिरावट के कारण
चीन सरकार ने हाल ही में अपनी अर्थव्यवस्था को संकट से उबारने के लिए एक बड़ा आर्थिक राहत पैकेज (Economic Stimulus Package) घोषित किया है, जिससे चीनी शेयर बाजार में तेजी देखी जा रही है। इसके परिणामस्वरूप, विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से अपने निवेश को निकालकर चीन में लगा रहे हैं, जिससे भारतीय शेयर बाजार में गिरावट आ रही है। इसके अलावा, इजरायल-ईरान के बीच तनाव भी बाजार को प्रभावित कर रहा है। इस स्थिति में निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।