Edited By jyoti choudhary,Updated: 20 Sep, 2024 04:13 PM
भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर तेजी से विदेशी निवेशकों के आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक 2024 की पहली छमाही में ही इस क्षेत्र में विदेशी निवेश 3.5 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है।
बिजनेस डेस्कः भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर तेजी से विदेशी निवेशकों के आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक 2024 की पहली छमाही में ही इस क्षेत्र में विदेशी निवेश 3.5 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है।
सिंगापुर और चीन के बाद भारत तीसरे स्थान पर
इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनी कोलियर्स द्वारा तैयार की गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत विदेशी निवेशकों के लिए लैंड और डेवलपमेंट साइट इन्वेस्टमेंट के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे पसंदीदा देश बनकर उभरा है। इस सूची में चीन और सिंगापुर भारत से आगे हैं।
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निवेश में विदेशी निवेशकों का महत्वपूर्ण योगदान
कोलियर्स की ग्लोबल कैपिटल फ्लो रिपोर्ट के अनुसार, 2024 की पहली छमाही में भारत के रियल एस्टेट में हुए कुल निवेश में 73% हिस्सा विदेशी निवेशकों का था। इसमें क्रॉस बॉर्डर इन्वेस्टमेंट का योगदान 1.5 बिलियन डॉलर से ज्यादा था। एशिया-पैसिफिक (APAC) क्षेत्र ने इस इनफ्लो में 1.2 बिलियन डॉलर का योगदान दिया है।
दूसरी तिमाही में रिकॉर्ड निवेश
जनवरी से मार्च 2024 के दौरान भारतीय रियल एस्टेट में 995.1 मिलियन डॉलर का विदेशी निवेश हुआ था लेकिन दूसरी तिमाही यानी अप्रैल से जून के बीच, यह आंकड़ा बढ़कर 2.5 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया।
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आने वाले वर्षों में अवसर
भारत के रियल एस्टेट में हो रही तेजी के पीछे बुनियादी संरचना में हो रहा विकास है। विदेशी निवेशकों का ध्यान अभी उन एसेट्स पर है, जो तैयार हो चुके हैं लेकिन भविष्य में डेवलपमेंटल एसेट्स में भी निवेश के शानदार मौके बन सकते हैं।