Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 Nov, 2024 11:19 AM
लगातार बिकवाली के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) भारतीय शेयर बाजार में लौट रहे हैं। पिछले तीन दिनों में FPI ने 11,113 करोड़ रुपए का निवेश किया है। इससे पहले लगभग दो महीनों तक एफपीआई ने बाजार से 1,55,730 करोड़ रुपए की निकासी की थी। यह बदलाव...
बिजनेस डेस्कः लगातार बिकवाली के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) भारतीय शेयर बाजार में लौट रहे हैं। पिछले तीन दिनों में FPI ने 11,113 करोड़ रुपए का निवेश किया है। इससे पहले लगभग दो महीनों तक एफपीआई ने बाजार से 1,55,730 करोड़ रुपए की निकासी की थी। यह बदलाव भारतीय इक्विटी मार्केट में निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
एफपीआई ने 25 नवंबर को 9,947 करोड़ रुपए और 26 नवंबर को 1,157 करोड़ रुपए का निवेश किया। दूसरी ओर घरेलू संस्थागत निवेशकों ने पिछले तीन दिनों में 7,516 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। डीआईआई ने नवंबर में अब तक 30,042 करोड़ रुपए और इस साल अक्टूबर में 107,254 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
एक्सचेंज डेटा के अनुसार, अक्टूबर में एक्सचेंजों के माध्यम से 113,858 करोड़ रुपए की इक्विटी बेचने के बाद, एफपीआई ने 22 नवंबर तक 41,872 करोड़ रुपए की इक्विटी बेची। इससे इस साल 1 अक्टूबर से अब तक कुल निकासी 155,730 करोड़ रुपए हो गई।
21 से उड़ान भर रहा सेंसेक्स
21 नवंबर से अब तक बेंचमार्क सेंसेक्स 3.98 फीसदी या 3,079 अंक बढ़कर 80,234.08 पर पहुंच गया है। 22 नवंबर को जब सेंसेक्स 1,961 अंक या 2.54 फीसदी बढ़कर 79,117.11 पर पहुंचा, तब एफपीआई ने सिर्फ 1,278 करोड़ रुपए निकाले। बुधवार को सेंसेक्स में 230 अंकों की तेजी आई।
FPI की बिकवाली के कारण
- 'भारत बेचो, चीन खरीदो'- अब समाप्त हो चुका है।
- वित्त वर्ष 2025 की आय को लेकर चिंताएं।
- 'ट्रंप ट्रेड': अमेरिका के उच्च मूल्यांकन स्तर के कारण अब अंतिम चरण में।
FPI का रुख और पसंदीदा स्टॉक्स
- आईटी स्टॉक्स में निवेश: एफपीआई आईटी सेक्टर में खरीदारी कर रहे हैं।
- बैंकिंग स्टॉक्स में मजबूती: एफआईआई की बिकवाली के बावजूद डीआईआई की खरीदारी से मजबूती।
विशेषज्ञ की राय
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार के विजयकुमार ने कहा:
- एफपीआई की बिकवाली अब कम हो सकती है।
- लार्ज कैप स्टॉक्स का मूल्यांकन अब अधिक आकर्षक हो गया है।