Edited By Yaspal,Updated: 10 Dec, 2020 06:37 PM
फ्रांस के डेटा प्राइवेसी रेगुलेटर (CNIL) ने गूगल और ऐमजॉन पर बड़ा जुर्माना लगाया है। रेगुलेटर ने गूगल पर ऑनलाइन ऐडवर्टाइजिंग ट्रैकर्स (कुकीज) से जुड़े फ्रांस के नियमों का उल्लंघन करने पर यह जुर्माना लगाया है। गूगपर पर 120 मिलियन डॉलर (करीब 892 करोड़...
बिजनेस डेस्कः फ्रांस के डेटा प्राइवेसी रेगुलेटर (CNIL) ने गूगल और ऐमजॉन पर बड़ा जुर्माना लगाया है। रेगुलेटर ने गूगल पर ऑनलाइन ऐडवर्टाइजिंग ट्रैकर्स (कुकीज) से जुड़े फ्रांस के नियमों का उल्लंघन करने पर यह जुर्माना लगाया है। गूगपर पर 120 मिलियन डॉलर (करीब 892 करोड़ रुपए) का जुर्माना लगाया है। रेगुलेटर की ओर से गूगल पर लगाया गया यह सबसे बड़ा जुर्माना है।
डेटा प्राइवेसी रेगुलेटर CNIL ने कहा है कि अमेरिका की ई-कॉमर्स दिग्गज कंपनी ऐमजॉन (Amazon) पर इन्हीं नियमों का उल्लंघन करने पर 35 मिलियन यूरो (3.5 करोड़ यूरो) का जुर्माना लगाया गया है। रेगुलेटर ने पाया है कि गूगल और ऐमजॉन की फ्रेंच वेबसाइट्स ने कंप्यूटर्स पर ऐडवर्टाइजिंग कुकीज सेव (Save) करने से पहले विजिटर्स की पूर्व अनुमति नहीं ली।
फ्रेंच रेगुलेटर CNIL ने कहा है कि गूगल और ऐमजॉन इंटरनेट यूजर्स को यह स्पष्ट जानकारी देने में भी नाकाम रहे कि दोनों फर्में ऐसे ऑनलाइन ट्रैकर्स का किस तरह इस्तेमाल करना चाहती हैं और उनकी फ्रेंच वेबसाइट्स के विजिटर्स, कुकीज के इस्तेमाल को कैसे इनकार कर सकते हैं। CNIL ने कहा है कि गूगल और ऐमजॉन के पास इंफॉर्मेशन बैनर्स बदलने के लिए 3 महीने का वक्त है। अगर वह ऐसा करने में नाकाम रहते हैं तो उन्हें मोडिफिकेशंस किए जाने तक हर दिन 1 लाख यूरो का अतिरिक्त फाइन देना होगा