Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 Oct, 2024 03:20 PM
'हिंदू-चीनी भाई-भाई' एक प्रसिद्ध उक्ति है जो भारत और चीन के बीच संबंधों की एकता और मित्रता को दर्शाने के लिए प्रयुक्त हुई थी। इस बात को भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी ने पूरा कर दिखाया है। भारत-चीन के बीच सीमा विवाद के कारण दोनों देशों के बीच बनी...
बिजनेस डेस्कः 'हिंदू-चीनी भाई-भाई' एक प्रसिद्ध उक्ति है जो भारत और चीन के बीच संबंधों की एकता और मित्रता को दर्शाने के लिए प्रयुक्त हुई थी। इस बात को भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी ने पूरा कर दिखाया है। भारत-चीन के बीच सीमा विवाद के कारण दोनों देशों के बीच बनी कड़वाहट के बावजूद गौतम अडानी ने हाल ही में चीन के शंघाई शहर में एक कंपनी की शुरुआत की है।
इस कंपनी का किया गठन
अडानी ग्रुप ने सप्लाई चेन सॉल्यूशन और प्रोजेक्ट मैनेज्मेंट सर्विसेज देने के लिए चीन में एक सब्सिडीयरी कंपनी बनाई है। ग्रुप की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने कहा कि सिंगापुर स्थित उसकी सब्सिडीयरी की सब्सिडीयरी ने दो सितंबर, 2024 को चीन के शंघाई में स्थित एक पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडीयरी कंपनी अडानी एनर्जी रिसोर्सेज (शंघाई) कंपनी (AERCL) का गठन किया है।
चीन में करेगी ये बिजनेस
कंपनी ने AERCL का गठन सप्लाई चेन सॉल्यूशन और प्रोजेक्ट मैनेज्मेंट सर्विसेज देने का बिजनेस करने के लिए किया गया है। इस सहायक कंपनी को अडानी ग्लोबल पीटीई (एजीपीटीई), सिंगापुर ने गठित किया है, जो अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) की सब्सिडीयरी की सब्सिडीयरी कंपनी है। एईएल माइनिंग, सड़क, एयरपोर्ट, डाटा सेंटर और वाटर इंफ्रा बिजनेस से जुड़ी है। सूचना के अनुसार कि एईआरसीएल को दो सितंबर, 2024 को पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के कंपनी कानून के तहत गठित और रजिस्टर्ड किया गया है। एईआरसीएल ने अभी तक अपना व्यावसायिक संचालन शुरू नहीं किया है।