Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Jun, 2024 12:37 PM
भारतीय रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) की एक रिपोर्ट के अनुसार मई, 2024 में देश में रत्न-आभूषणों के सम्पूर्ण आयात में 23.61 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्ज की गयी जबकि इस दौरान निर्यात में 6.14 प्रतिशत की गिरावट आई। मई में रत्न-आभूषणों...
नई दिल्लीः भारतीय रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) की एक रिपोर्ट के अनुसार मई, 2024 में देश में रत्न-आभूषणों के सम्पूर्ण आयात में 23.61 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्ज की गयी जबकि इस दौरान निर्यात में 6.14 प्रतिशत की गिरावट आई। मई में रत्न-आभूषणों का समग्र आयात गत वर्ष के इसी माह के 1.53 अरब डालर (12625.59 करोड़ रुपए) की तुलना में 1.89 अरब डॉलर (15794.26 करोड़ रुपए) रहा। इसे घरेलू बाजार में मजबूत मांग का परिणाम माना जा रहा है क्योंकि देश आगामी त्यौहारी सीजन के लिए तैयार हो रहा है।
मई 2024 में रत्न एवं आभूषणों का सकल निर्यात 2.48 अरब डालर (20713.370 करोड़ रुपए) से कुछ अधिक रहा जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के करीब 2.65 अरब डॉलर (21795.65 करोड़ रुपए) की तुलना में 6.14 गिरावट दर्शाता है। कामा ज्वेलरी के एमडी कॉलिन शाह ने कहा, ‘‘रत्न एवं आभूषण उद्योग एक साल से अधिक समय से चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहा है। पहले रूस और यूक्रेन के बीच और फिर इज़राइल और हमास के बीच भू-राजनीतिक तनाव के फैलने से निर्यात पर गहरा असर पड़ा है क्योंकि विदेशी बाजारों में मांग अस्थिर रही है। इसके अलावा, इस साल 60 से ज़्यादा देशों में चुनाव होने हैं, जो एक और महत्वपूर्ण घटना है, जिससे इन देशों में व्यापार में और बाधा आ सकती है।''
उन्होंने कहा कि इन वैश्विक घटनाओं पर कड़ी निगरानी रखने की ज़रूरत है क्योंकि ये आगे चलकर साल के बाकी समय में व्यापार गतिविधियों की दिशा तय करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में त्योहारी सीजन की शुरुआत के साथ, हम उम्मीद करते हैं कि व्यापार गतिविधियों में धीरे-धीरे तेजी आएगी।