Edited By jyoti choudhary,Updated: 30 Jul, 2024 03:17 PM
वैश्विक सोने की मांग अप्रैल-जून तिमाही में वृद्धि हुई है। इस दौरान सोने की मांग (Gold Demand) 4.16 फीसदी बढ़कर 1,258.2 टन पहुंच गई है। हालांकि भारत में अप्रैल-जून तिमाही में सोने की मांग रिकॉर्ड उच्च कीमतों के कारण 5 फीसदी घटकर 149.7 टन रह गई। विश्व...
बिजनेस डेस्कः वैश्विक सोने की मांग अप्रैल-जून तिमाही में वृद्धि हुई है। इस दौरान सोने की मांग (Gold Demand) 4.16 फीसदी बढ़कर 1,258.2 टन पहुंच गई है। हालांकि भारत में अप्रैल-जून तिमाही में सोने की मांग रिकॉर्ड उच्च कीमतों के कारण 5 फीसदी घटकर 149.7 टन रह गई। विश्व स्वर्ण परिषद (WGC) की ‘दूसरी तिमाही 2024 सोना मांग रुझान’ रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में इसी तिमाही में सोने की मांग 158.1 टन थी जो 2024 में 149.7 टन रह गई।
भारत में घटी सोने की मांग
रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में इसी तिमाही में सोने की मांग 158.1 टन थी जो 2024 में 149.7 टन रह गई। डब्ल्यूजीसी के क्षेत्रीय मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सचिन जैन ने कहा, "भारत की सोने की मांग 2024 की दूसरी तिमाही में घटकर 149.7 टन पर पहुंच गई, जो पिछले साल की तुलना में पांच प्रतिशत कम है। इसका कारण सोने की रिकॉर्ड ऊंची कीमतें हो सकती हैं, जिससे सामर्थ्य प्रभावित हो रहा है और उपभोक्ता खरीद में मंदी आ रही है। हालांकि, मांग का समग्र मूल्य मजबूत रहा जो 14 प्रतिशत बढ़ा…।’’
इसके अलावा, रिपोर्ट में कहा गया कि समीक्षाधीन तिमाही में भारत में कुल आभूषणों की मांग 17 प्रतिशत घटकर 106.5 टन रह गई, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 128.6 टन थी। दूसरी तिमाही में कुल निवेश मांग 46 प्रतिशत बढ़कर 43.1 टन हो गई, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 29.5 टन थी। भारत में अप्रैल-जून तिमाही में सोने का कुल आयात आठ प्रतिशत बढ़कर 196.9 टन रहा जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 182.3 टन था।
वैश्विक सोने की मांग बढ़ी
WGC की रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक सोने की कुल मांग 1,207.9 टन थी, जो 2024 में बढ़कर 1,258.2 टन हो गई है। आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जून तिमाही में मांग को ‘ओवर-द-काउंटर’ (OTC) लेनदेन से समर्थन मिला, जो पिछले वर्ष की तुलना में 53 फीसदी बढ़कर 329 टन हो गया। ‘ओवर-द-काउंटर’ लेन-देन से तात्पर्य दो पक्षों के बीच सीधे लेन-देन से है।
सोने की कीमतों में वृद्धि
रिपोर्ट में कहा गया, इसके साथ ही समीक्षाधीन तिमाही में सोने की कीमतों में भी सालाना आधार पर 18 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो औसतन 2,338 डॉलर प्रति औंस रही। तिमाही के दौरान यह 2,427 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर भी पहुंच गई। इसमें कहा गया, OTC मांग में वृद्धि, केंद्रीय बैंकों की ओर से निरंतर खरीद, तथा ETFs निकासी में कमी के कारण इस वर्ष दूसरी तिमाही में सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं।
Gold ETFs मामूली निकासी
समीक्षाधीन तिमाही में वैश्विक Gold ETFs (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) में 7 टन की मामूली निकासी देखी गई। WGC की वरिष्ठ बाजार विश्लेषक लुईस स्ट्रीट ने कहा कि केंद्रीय बैंकों और ओटीसी बाजार की मजबूत मांग के कारण सोने की बढ़ती और रिकॉर्ड तोड़ने वाली कीमत सुर्खियों में रही। उन्होंने कहा, ‘‘.... भविष्य में सोने के लिए कुछ संभावित चुनौतियां हैं लेकिन वैश्विक बाजार में भी बदलाव हो रहे हैं, जिससे सोने की मांग को समर्थन और बढ़ावा मिलेगा।’’