Edited By jyoti choudhary,Updated: 31 Mar, 2025 12:01 PM

सोमवार को सोने की कीमतों ने इतिहास रचते हुए पहली बार 3,100 डॉलर प्रति औंस का स्तर पार कर लिया। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और भू-राजनीतिक तनावों के बीच निवेशकों का रुझान सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ रहा है। Spot gold की कीमत बढ़कर 3,106.50 डॉलर प्रति...
बिजनेस डेस्कः सोमवार को सोने की कीमतों ने इतिहास रचते हुए पहली बार 3,100 डॉलर प्रति औंस का स्तर पार कर लिया। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और भू-राजनीतिक तनावों के बीच निवेशकों का रुझान सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ रहा है। Spot gold की कीमत बढ़कर 3,106.50 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।
सोने की बढ़ती कीमतों के पीछे क्या कारण हैं?
अमेरिका की टैरिफ नीति: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों को लेकर बढ़ती चिंताओं ने निवेशकों को गोल्ड की ओर आकर्षित किया है।
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता: व्यापारिक तनाव, संभावित मंदी और बाजार में अस्थिरता के कारण सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जा रहा है।
सेंट्रल बैंकों की खरीद: विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंक लगातार सोने की खरीदारी कर रहे हैं, जिससे इसकी मांग बढ़ी है।
सोने की कीमतें कहां तक जा सकती हैं?
गोल्डमैन सैक्स, बैंक ऑफ अमेरिका और यूबीएस जैसी ग्लोबल फर्म्स ने अपने सोने के प्राइस टारगेट बढ़ा दिए हैं:
- गोल्डमैन सैक्स को उम्मीद है कि 2024 के अंत तक सोना 3,300 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है।
- बैंक ऑफ अमेरिका ने 2025 और 2026 के लिए सोने की कीमतों का अनुमान बढ़ाकर $3,063 और $3,350 प्रति औंस कर दिया है।
क्या भारत पर पड़ेगा असर?
ट्रंप प्रशासन की नई टैरिफ नीति 2 अप्रैल से लागू होने वाली है। इसके चलते...
- भारत से अमेरिका को होने वाले निर्यात पर असर पड़ सकता है।
- वेनेजुएला से तेल खरीदने वाले देशों पर 25% टैरिफ लगाने का फैसला भी भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकता है।