Edited By jyoti choudhary,Updated: 31 Jul, 2024 02:36 PM
जुलाई महीने के दौरान देश के बजट में सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी घटाए जाने के कारण सोने के दाम में तेज गिरावट देखने को मिली थी और सोने के दाम 3 दिन में ही 5000 रुपए प्रति तोला तक गिर गए थे लेकिन पिछले कुछ दिन से सोने में रिकवरी देखने को मिल रही है...
बिजनेस डेस्कः जुलाई महीने के दौरान देश के बजट में सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी घटाए जाने के कारण सोने के दाम में तेज गिरावट देखने को मिली थी और सोने के दाम 3 दिन में ही 5000 रुपए प्रति तोला तक गिर गए थे लेकिन पिछले कुछ दिन से सोने में रिकवरी देखने को मिल रही है लेकिन इसके बावजूद सोना जुलाई में 2764 रुपए सस्ता हुआ है। 2 जुलाई को सोने के दाम 73024 रुपए प्रति तोला थे जो अब 70260 रुपए प्रति तोला है लेकिन आगे सोने के दाम अंतराष्ट्रीय स्तर पर चल रहे भाव पर निर्भर करेंगे।
US Federal Reserve पर टिकी दुनिया की नजरें
आज अमेरिका में Federal Reserve की मीटिंग है और यदि इस मीटिंग में फेड रिजर्व ब्याज दरों में कटौती करता है तो वैश्विक स्तर पर सोने के दाम में तेजी आएगी और इसका असर भारत में भी पड़ेगा, जो निवेशक इस समय बेहतर रिटर्न की उम्मीद में बैंक में डॉलर रख रहे हैं वह अपना निवेश सोने और चांदी के तरफ शिफ्ट कर सकते हैं इस से सोने के भाव में तेजी की उम्मीद की जा रही है।
सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावना
बुधवार को फेड की दो दिन की बैठक समाप्त होने वाली है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक ब्याज दरों को स्थिर रखेगा और नीति निर्माताओं की ओर से सितंबर में ब्याज दर कटौती की तैयारी की जाएगी। कैपिटल डॉट कॉम के वित्तीय बाजार विश्लेषक Kyle Rodda ने कहा, "सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावना है और यह नीति की नरमी की शुरुआत हो सकती है। अगर फेड यह संकेत देती है कि कई कटौतियां होने वाली हैं, तो सोने में तेजी आएगी।
कैसे भीड़ उमड़ी सस्ता होने के बाद
सरकार ने सोना-चांदी और प्लैटिनम पर आयात शुल्क में होने के बाद लगातार देशभर में सोने के खरीददारों की दुकानों पर भीड़ उमड़ पड़ी और सोना-चांदी की मांग में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिल रही है। स्थिति तो ऐसी है कि सुबह दुकान खुलने से लेकर रात में दुकान समेटने तक ग्राहकों का तांता लगा हुआ है। यहां तक कि ज्वैलर्स अपने कारीगरों की छुट्टी कैंसिल कर थोक भाव में नए गहने गढ़वा रहे हैं।