Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Aug, 2024 02:05 PM
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है। शुक्रवार को सोने की कीमतें एक नई ऊंचाई पर पहुंच गईं। स्पॉट गोल्ड पहली बार 2,500 डॉलर प्रति औंस के स्तर को छू गया। यह ऐतिहासिक उपलब्धि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की बढ़ती मांग और आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण आई...
बिजनेस डेस्कः सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है। शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत एक नई ऊंचाई पर पहुंच गईं। स्पॉट गोल्ड पहली बार 2,500 डॉलर प्रति औंस के स्तर को छू गया। यह ऐतिहासिक उपलब्धि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की बढ़ती मांग और आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण आई है। इस सप्ताह सोने की कीमतों में 2.4% की वृद्धि हुई है। निवेशकों के बीच सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग बढ़ी है, जिससे इसकी कीमतें लगातार नए ऊंचाईयों पर पहुंच रही हैं।
भारत में भी महंगा हुआ सोना-चांदी
वहीं भारतीय वायदा बाजार में भी सोने की कीमत में तेजी देखने को मिल रही है। शुक्रवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का भाव 71,395 रुपए प्रति 10 ग्राम और चांदी 83,256 रुपए प्रति किलोग्राम पर बंद हुई।
आपको बता दे कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 23 जुलाई 2024 को पेश किए बजट में सोने और चांदी पर आयात शुल्क में कटौती की थी, जिसके बाद इनकी कीमतें औंधे मुंह गिरी थी। बजट पेश होने के बाद सोना 5.72 फीसदी यानी 4,158 रुपए सस्ता होकर 68,560 रुपए तक आ गया था।
टूटा पिछले महीने का रिकॉर्ड
तत्काल डिलीवरी वाले सोने का भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में शुक्रवार को 2,500 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। इस तरह गोल्ड ने पिछले महीने बनाए ऑल टाइम हाई लेवल के रिकॉर्ड को पार कर नए ऐतिहासिक उच्च स्तर का रिकॉर्ड बना लिया है। यह पहली बार है जब स्पॉट गोल्ड की कीमत 2,500 डॉलर पर पहुंची है।
क्यों चढ़ी कीमतें
सोने की कीमतों में उछाल की वजह फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीद है। निवेशकों को उम्मीद है कि फेडरल रिजर्व अगले महीने होने वाली फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक में ब्याज दरों को कम करने की शुरुआत कर सकता है। ब्याज दरों में कटौती से निवेशक दूसरे विकल्पों की तलाश करेंगे, जिससे सोना और अन्य कीमती धातुओं को लाभ होने की संभावना है। इसी उम्मीद में सोना रिकॉर्ड स्तर तक चढ़ गया है।
निवेशक सुरक्षित और स्थिर संपत्ति की तलाश में
सोने की इस रैली के पीछे वैश्विक आर्थिक चिंताओं, मुद्रास्फीति के दबाव और बाजार में अनिश्चितता जैसे कई कारक हैं, जो निवेशकों को सुरक्षित संपत्तियों की ओर आकर्षित कर रहे हैं। सोने की कीमतों में यह वृद्धि दर्शाती है कि मौजूदा वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों में निवेशक सुरक्षित और स्थिर संपत्ति की तलाश में हैं, जिसमें सोना सबसे प्रमुख विकल्प बना हुआ है।
अन्य धातुएं
- चांदी की कीमत 0.4% बढ़कर $28.49 प्रति औंस हो गई।
- प्लेटिनम की कीमत 0.2% घटकर $951.25 पर आ गई।
- पैलेडियम की कीमत $943.88 पर स्थिर रही।
विशेषज्ञ की टिप्पणी
न्यूयॉर्क के स्वतंत्र धातु व्यापारी ताई वोंग ने कहा, "सोना नया रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुँच गया और $2,500 का स्तर पार कर गया, दो हफ्तों की अस्थिर ट्रेडिंग के बाद बुल्स ने आखिरकार अपनी शक्ति दिखा दी।"
उन्होंने आगे कहा कि अब ध्यान जैक्सन होल और फेड चेयर पॉवेल के अगले शुक्रवार को भाषण पर जाएगा, जो आगामी ब्याज दर कटौती के आकार पर एक अधिक विस्तृत दृष्टिकोण प्रदान करेगा।"